शहडोल. अनाज को व्यवस्थित कर पाने में प्रशासन तंत्र की नाकामी लगातार सामने आ रही है. पहले खरीदी के समय उपार्जन केंद्रों में अनाज भीगा, फिर ओपन कैप में गेंहू खराब हो रहे हैं. अब जब अनाज गरीबों को वितरित किया जाना है, तो रेलवे रैक प्वॉइंट में भी सुरक्षा नहीं की जा रही है. नतीजन शहडोल नागरिक आपूर्ति विभाग और ठेकेदार की लापरवाही के चलते रेलवे यार्ड में खुले आसमान के नीचे हजारों क्विटंल गेंहू रखा है, जो अचानक हुई बारिश में भीगने के कारण खराब होने की कगार पर है.

नागरिक आपूर्ति निगम के माध्यम से सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत वितरित होने वाले खाद्यान्न में गेहूं का एक-दो दिन पहले रैक पहुंचा है. जहां से परिवहन का ठेका एकेआरएल सतना के ठेकेदार को दिया गया है, जिसके द्वारा रैक पॉइंट में गेंहू की सुरक्षा को लेकर कोई पहल नहीं की गई. उसी जगह पर सीमेंट और अन्य सामानों का रैक लगता है. जहां पर गंदगी रहती है. उसी गंदगी और सीमेंट की डस्ट के बीच गेहूं की बोरियां उतार दी गई हैं.

42 बोरियां भीगी

नीचे ना तो पन्नी बिछाई गई और न ही तिरपाल. इस बीच रविवार की दोपहर अचानक बारिश हुई. बारिश के चलते गेहूं की 42 बोरियां भीग गईं. बाद में अधिकारी और ठेकेदार के कर्मचारियों ने इसे ढ़कने की कोशिश की.

परिवहनकर्ता को नोटिस

वहीं विभाग ने द्वार प्रदाय में लगे वाहनों को रैक प्वॉइंट पर गेहूं के परिवहन में लगा दिया है, जबकि नियमानुसार द्वार प्रदाय के वाहनों का इस्तमाल अन्य किसी भी कार्य में नहीं किया जाता. इस मामले को लेकर जिला प्रशासन में शनिवार से हलचल मची हुई है.

मामला सामने आने के बाद नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा परिवहनकर्ता को नोटिस जारी किया गया है. वहीं रविवार को कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों की बैठक बुलाकर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए.

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