रायपुर। मैट्स स्कूल ऑफ फैशन डिजाइनिंग एंड टेक्नोलॉजी द्वारा आयोजित 13वां वार्षिक फैशन शो “फैशनोत्सव 2025” अत्यंत गरिमामय और भव्य स्वरूप में चोकर धानी, रायपुर में संपन्न हुआ। इस आयोजन में छात्रों की फैशन डिजाइनिंग क्षमताओं, रचनात्मक अभिव्यक्ति और समावेशी सोच का शानदार प्रदर्शन देखने को मिला।

कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष पारंपरिक दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस अवसर की शोभा रायपुर की महापौर मीनल चौबे ने मुख्य अतिथि के रूप में और दीपक अग्रवाल (IAS) व छत्तीसगढ़ बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा ने विशिष्ट अतिथि के रूप में अपनी उपस्थिति से बढ़ाई।

इस अवसर पर मैट्स विश्वविद्यालय के कुलाधिपति गजराज पागरिया, महानिदेशक प्रियेश पागरिया, कुलपति प्रो. के. पी. यादव, उपकुलपति डॉ. दीपिका ढांड, कुलसचिव गोकुलानंद पांडा, फैशन विभाग की विभागाध्यक्ष परविंदर कौर सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापकगण एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

इस वर्ष के शो की थीम सस्टेनेबिलिटी, सामाजिक समावेश, भारतीय परंपरा एवं फ्यूचरिस्टिक डिज़ाइन पर केंद्रित थी। इस कार्यक्रम का सबसे भावुक और प्रेरणादायक क्षण वह था, जिसमें दिव्यांग बच्चों ने मंच पर आत्मविश्वास के साथ रैंप वॉक किया। उन्होंने बी.एस.सी फैशन डिजाइनिंग अंतिम वर्ष एवं एम.डिज़ाइन के छात्रों द्वारा डिज़ाइन किए गए पीले रंग के परिधान पहनकर खुशी और सकारात्मकता का संदेश दिया।

फैशन शो के अन्य मुख्य आकर्षणों में शामिल थे:

ब्राइडल राउंड : पारंपरिक लाल रंग की ब्राइडल ड्रेस और ऑफ-व्हाइट ट्रेंच कोट के संयोजन में भारतीय विवाह संस्कृति का खूबसूरत प्रदर्शन किया गया।
सेव बर्ड्स राउंड : छात्रों ने नेट फैब्रिक से बने कपड़े और रीसायकल सामग्री से बनाए गए पंख पहनकर रैंप वॉक किया, जिससे पक्षियों को बचाने और पर्यावरण की सुरक्षा का संदेश दिया गया।
टेपेस्ट्री राउंड: इंटीरियर फर्निशिंग मटेरियल्स के साथ हाई-फैशन का संयोजन।
नियॉन राउंड : जहां अंतर्राष्ट्रीय छात्रों ने इंडियन पॉप कल्चर का प्रतिनिधित्व करते हुए चमकदार, ग्लो-इंस्पायर्ड आउटफिट्स में परफॉर्म किया।

इसके अलावा, मंच पर एब्स्ट्रैक्ट, डिजाइनर और क्रिएटिव राउंड्स भी प्रस्तुत किए गए, जिनमें फैशन, नवाचार और शिल्पकला का सुंदर संगम देखने को मिला। सभी परिधान, मेकअप और एक्सेसरीज छात्रों ने स्वयं डिजाइन और तैयार किए, जो उनकी पेशेवर दक्षता और रचनात्मक सोच को दर्शाते हैं।

विभागाध्यक्ष परविंदर कौर ने कहा, “फैशनोत्सव केवल एक शो नहीं, बल्कि समावेशिता, पर्यावरण-चेतना और कलात्मक अभिव्यक्ति का उत्सव है।”

कार्यक्रम का समापन कुलसचिव गोकुलानंद पांडा द्वारा दिए गए धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने छात्रों और फैकल्टी की टीम को एक उच्च स्तरीय आयोजन के लिए बधाई दी।

‘फैशनोत्सव 2025’ की सफलता ने एक बार फिर सिद्ध किया कि मैट्स यूनिवर्सिटी फैशन की परिवर्तनकारी शक्ति से समाज के प्रति जागरूक, समावेशी और रचनात्मक प्रोफेशनल्स तैयार करने की दिशा में निरंतर अग्रसर है।