नरेश शर्मा, रायगढ़। रायगढ़ जिले के पुसौर ब्लॉक स्थित ग्राम छिछोर उमरिया के धान खरीदी केंद्र में हंगामे को लेकर कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रकाश नायक के खिलाफ दर्ज एफआईआर का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. प्रकाश नायक के समर्थन में अब किसान भी आ गए हैं. किसानों ने एफआईआर दर्ज होने पर नाराजगी व्यक्त की है और उनका कहना है कि उन पर लगाए गए आरोप गलत हैं, साथ ही पुलिस प्रशासन ने जानबूझकर उन्हें फंसाने की कोशिश की है.
क्षेत्र के किसानों ने पुसौर में एकत्रित होकर कहा कि पुलिस प्रशासन द्वारा पूर्व विधायक पर झूठी एफआईआर दर्ज कराई गई है. किसानों ने जानकारी दी कि जब से धान खरीदी शुरू हुई है, तब से पुसौर क्षेत्र के किसान छिछोर उमरिया धान खरीदी केंद्र के कर्मचारियों से परेशान हैं. इस मुद्दे को लेकर किसानों ने पूर्व विधायक को बुलाया और जब वह केंद्र पहुंचे और निरीक्षण किया, तो उन्होंने पाया कि निर्धारित वजन से अधिक धान तौला जा रहा था. इसका विरोध करते हुए पूर्व विधायक ने इसे सही ठहराया.
किसानों ने आगे बताया कि पूर्व विधायक पर धान खरीदी केंद्र के प्रभारी से मारपीट करने का जो आरोप लगाया गया है, वह गलत है. वहां एक दर्जन से अधिक किसान मौजूद थे और किसी भी प्रकार की मारपीट या हुज्जतबाजी नहीं हुई, बल्कि प्रभारी ने उल्टा पूर्व विधायक से बहसबाजी की थी.
यह मामला किसानों और प्रशासन के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाता है. पुसौर क्षेत्र के किसानों द्वारा पूर्व विधायक प्रकाश नायक को बुलाना यह स्पष्ट करता है कि तौल की गड़बड़ी के मुद्दे पर वे अपनी आवाज उठाना चाहते थे. किसानों का यह आरोप कि प्रशासन ने झूठी एफआईआर दर्ज की है, उनकी नाराजगी और असंतोष को दर्शाता है.
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