अपने से 30 साल छोटी शिष्या के साथ शादी को लेकर चर्चा में रहे बिहार के मटुकनाथ रिटायर हो गए हैं. फेसबुक में किया पोस्ट कहा मेरी जवानी ने अभी अंगड़ाई ली है ! मेरे अंग-अंग से यौवन की उमंग छलक रही है ! जब मैं मस्त होकर तेज चलता हूं तो लोग नजर लगाते हैं ! दौड़ता हूं तो दांतों तले उंगली दबाते हैं.’
पटना: ‘लव गुरु’ के नाम से प्रख्यात बिहार के मटुकनाथ चौधरी रिटायर हो गए हैं. एक दशक पहले मटुकनाथ ने अपने प्यार की खातिर पहली पत्नी को छोड़ दिया था. मटुकनाथ 2006 में उस समय सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने अपने से 30 साल छोटी शिष्या जूली से लव मैरिज की थी. उनकी पत्नी ने टीवी पत्रकारों की सहायता से उस घर में छापा मारा था जहां वह अपनी पूर्व शिष्या के साथ लिव इन में रह रहे थे. इसके बाद उन्होंने सार्वजनिक रूप से जेएनयू से पासआउट छात्रा जूली कुमारी से अपने प्रेम संबंध को स्वीकार किया था.
रिटायर होने के बाद अब मटुकनाथ फिर 2006 की तरह कुछ नया करना चाहते हैं. रिटायर होने के बाद उन्होंने फेसबुक पर एक ऐसी पोस्ट लिखी है जो सोशल मीडिया में वायरल हो रही है. ‘चढ़ती जवानी मेरी चाल मस्तानी’ शीर्षक से लिखी गई इस पोस्ट में मटुकनाथ ने लिखा है, ‘मैं 65 वर्ष का लरिका हूं ! मेरी जवानी ने अभी अंगड़ाई ली है ! मेरे अंग-अंग से यौवन की उमंग छलक रही है ! जब मैं मस्त होकर तेज चलता हूं तो लोग नजर लगाते हैं ! दौड़ता हूं तो दांतों तले उंगली दबाते हैं.’
पोस्ट में मटुकनाथ ने आगे लिखा है, ‘मेरी खुशनसीबी कि इस चढ़ती जवानी में रिटायर हो रहा हूं ! लोग पूछते हैं कि रिटायरमेंट के बाद क्या कीजिएगा? चढ़ती जवानी में जो किया जाता है, वही करूंगा! मतलब ? मतलब यह कि मैं ब्याह करूंगा ! बरतुहार बहुत तंग कर रहे हैं ! उनकी आवाजाही बढ़ गई है ! लेकिन मैं एक अनुशासित, शर्मीला और परंपरा प्रेमी लरिका हूं ! इसलिए खुद बरतुहार से बात नहीं करता हूं. उन्हें गार्जियन के पास भेज देता हूं! मेरे विद्यार्थी ही मेरे गार्जियन हैं ! वे जो तय कर देंगे, आंख मूंदकर मानूँगा! उनसे बड़ा हितैषी मेरा कोई नहीं हो सकता!’
आपको बता दें कि मटुकनाथ चौधरी के जीवन में जब इसी साल अप्रैल में एक नया मोड़ तब आया जब उन्होंने कहा कि एक दशक पहले जिस प्यार की खातिर मैंने पत्नी को छोड़ दिया था अब वह उस महिला से बात करने को तरस गए हैं. वे अपनी प्रेमिका से करीब एक साल से बात नहीं कर पाए हैं क्योंकि उनकी प्रेमिका जूली कुमारी आध्यात्मिक खोज में निकल गई हैं. ‘लव गुरु’ मटुकनाथ ने बताया कि कोई नहीं जानता हालात कैसे बदल गए.