दरभंगा। जिले के एक मदरसे में पढ़ाने वाली शिक्षिका बुसरा खातून (21) को उसका प्रधान मौलवी मुफ्ती अनवर (40) पसंद करने लगा था। बातचीत होती थी लेकिन लड़की की तरफ से कोई दिलचस्पी नहीं थी। बुसरा के पिता मंसूर आलम, जो स्वयं उर्दू शिक्षक थे, ने 25 मई को बेटी की शादी कहीं और तय कर दी। इस बात से मौलवी नाराज़ हो गया और मंसूर की हत्या की योजना बना डाली।

3 गोलियां मारकर की गई हत्या

28 मई को मंसूर आलम स्कूल जाते समय साइकिल पर थे, तभी बाइक सवार शूटरों ने भरवाड़ा कमतौल रोड पर तिनरता के पास उन्हें तीन गोलियां मारीं। मौलवी ने सीतामढ़ी के दो शूटरों को 1 लाख में सुपारी दी थी।

आरोपी मौलवी गिरफ्तार

पुलिस ने 1 जून को मौलवी अनवर को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान उसने खुद को हार्ट अटैक का शिकार बताया, जिसके बाद उसे DMCH अस्पताल में भर्ती कराया गया। जांच में सामने आया कि मौलवी शादीशुदा है और उसके चार बच्चे हैं।

दोनों शूटर्स गिरफ्तार

पुलिस ने सीतामढ़ी के छोटू उर्फ दिवेश कुमार और साधु राम उर्फ अंकित कुमार को गिरफ्तार किया। इनके पास से हत्या में प्रयुक्त पल्सर बाइक (BR06 DZ4770), छह मोबाइल और वारदात के समय पहनी टी-शर्ट जब्त की गई।

SSP ने दी जानकारी

SSP जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने प्रेस वार्ता में घटना का खुलासा किया और बताया कि यह एक सुनियोजित हत्या थी, जिसमें केवल एकतरफा प्रेम और अस्वीकृति कारण बना।