विक्रम मिश्र, लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजनीति में कभी दलितों और बहुजन वोटों की राजनीति करने वाली बसपा अब हाशिये पर है। हालांकि समय समय पर मायावती अपने सोशल मीडिया हैंडल पर बसपा और अंबेडकर के अनुयायियों को संदेश देती रहती है। हालिया बयान में मायावती ने कांग्रेस और भाजपा दोनों पर करारा प्रहार किया है। कांग्रेस पार्टी के अहमदाबाद अधिवेशन पर माया ने कड़ा प्रहार करते हुए इसे छलावा बताया है।
कांग्रेस का रवैया हमेशा छलावपूर्ण रहा
बसपा प्रमुख ने अपने बयान मे कहा है कि कांग्रेस पार्टी के अहमदाबाद अधिवेशन में खासकर भाजपा के छद्म राष्ट्रवाद व दलित एवं पिछड़े बहुजन हित आदि को लेकर प्रस्ताव छलावा और अविश्वसनीयता से ग्रस्त है। इन वर्गों के आरक्षण और अन्य कल्याणकारी संवैधानिक गारंटियों को लागू करने के मेम्ले में कांग्रेस का रवैया हमेशा छलावपूर्ण रहा है।
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भाजपा और कांग्रेस का आरक्षण विरोधी
मायावती ने कांग्रेस पर और तीखा प्रहार करते हुए कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा ओबीसी समाज को धारा 340 के ज़रिए आरक्षण देने और उसे लागू नही करने पर कानून मंत्री पद से इस्तीफा व मंडल कमीशन की रिपोर्ट के तहत इन्हें आरक्षण दिलाने में बसपा की अहम भूमिका जग जाहिर है जबकि भाजपा और कांग्रेस का आरक्षण विरोधी रवैय्या सभी जानते है।
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बसपा सुप्रीमो ने आगे कहा कि वास्तव में बाबा साहेब को भारत रत्न से सम्मानित करने से लेकर उनके करोड़ो अनुयायियों के प्रति कांग्रेस भाजपा व सपा आदि पार्टियों का रवैय्या हमेशा से जातिवादी और बहुजन विरोधी रहा है। जिससे मुक्ति के लिए ही बसपा का गठन हुआ था। लेकिन अब बहुजन वोट के लिए सभी दल छल और छलावा की राजनीति कर रहे है। साथ ही मायावती ने सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा राज्यपालों की मनमानी व राजभवनों के राजनीतिक द्वेषपूर्ण भूमिका पर अंकुश लगाने वाले चर्चित फैसले का स्वागत किया है।
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