हेमंत शर्मा, रायपुर। रायपुर नगर निगम में कांग्रेस की बढ़त और भाजपा की उम्मीद के बीच जोड़ तोड़ की कवायद तेज हो गई है. निर्णायक भूमिका निभाने वाले निर्दलीयों के हाथ में सत्ता की चाबी है. वो जिस ओर करवट लेंगे उसे ही महापौर की ताजपोशी मिलेगी. ऐस में अपने पक्ष में करने दोनों पार्टियां निर्दलियों को मनाने में लगी हुई है. जिला निर्वाचन आयोगों द्वारा महापौर के चुनाव के लिए तिथि घोषित कर दी गई है. रायपुर में 6 जनवरी को चुनाव की तिथि घोषित की गई है.  कांग्रेस के पार्षदों से रायपुर के पर्यवेक्षक बैजनाथ चंद्राकार आज वन-टू-वन करने वाले हैं.

रायपुर नगर निगम में कांग्रेस को महापौर बनाने के लिए दो और भाजपा को सातों निर्दलियों का समर्थन चाहिए है. अपने पाले में निर्दलीय को लाने के लिए कांग्रेस-भाजपा ने अपनी-अपनी कवायद तेज कर दी है. हालांकि अभी तक किसी भी बागी ने अपना पत्ता नहीं खोला है.

कांग्रेस के पार्षदों से रायपुर के पर्यवेक्षक बैजनाथ चंद्राकार आज वन-टू-वन करने वाले हैं. वो पार्षदों से उनकी राय लेंगे. इसके साथ ही विधायकों से भी राय भी ली जायेगी.  महापौर चयन के मामले में विधायकों की राय भी अहम होगी. नामों का पैनल पर्यवेक्षक बनायेंगे, पैनल के नाम प्रदेश संगठन को सौपें जाएंगे. जिसपर सीएम और प्रदेश अध्यक्ष किसी एक नाम को लेकर निर्णय लेंगे. कांग्रेस से ज्ञानेश शर्मा, एजाज ढेबर, प्रमोद दुबे महापौर के प्रमुख दावेदार हैं.