जगदलपुर. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं जगदलपुर के महापौर जतीन जायसवाल ने अपनी ईमानदार छवि के लिए चर्चित रहे हैं. इस बार उन्होंने महापौर के रूप मे शासन से मिलने वाली पांच साल की मानदेय जो लाखों रूपये में है, सामाजिक कल्याण से जुड़ी संस्थाओं को दान कर दिया. जतीन जायसवाल ने हमेशा प्रचार-प्रसार से दूर रहने वाले हैं, लेकिन 8 नवंबर को निगम की विशेष सामान्य सभा मे उनकी इस पहल की जानकारी सार्वजनिक हो गई. साथी पार्षदों को जैसे ही महापौर द्वारा निगम के खजाने में जमा राशि सामाजिक कल्याण से जुड़ी संस्थायों को दान करने की जानकारी मिली. पार्षदों की ओर से बधाई देने का तांता लग गया.

जायसवाल परिवार के युवा उद्यमी जतीन जायसवाल की पहचान सरल स्वाभाव के ईमानदार व्यक्ति की है. शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रह चुके जतीन जायसवाल अपने पांच साल पहले महापौर का चुनाव लड़े थे और अपनी इसी ईमानदार छवि के बलबुते महापौर के रूप में निर्वाचित होकर निगम में करीब 18 वर्षों के बाद कांग्रेस की वापसी कराई थी.

बहुत कम लोगों को यह जानकारी है कि पांच साल महापौर रहते उन्होंने महापौर को मिलने वाली शासकीय सुविधाओं, बंगला, गाडी, फोन, डीजल, कर्मचारी आदि की सुविधा नहीं लिया. उन्होंने शासकीय सुविधाओं के उपभोग से दूर रहते हुए मानदेय भी नहीं लिया. अब जबकि निगम का वर्तमान कार्यकाल समाप्ति के दौर में है, शासकीय खजाने मे जमा मानदेय  जो 10 लाख रुपए से अधिक जमा था. राशि को स्वीकार करने की बाध्यता को देखते हुए जतीन जायसवाल ने सारी राशि शासकीय मान्यता प्राप्त संस्थानों, वृद्धाश्रम, स्कूल व अंध मूक विद्यालय में दान कर दिया.

  1. बस्तर विकलांग सेवा समिति के लिये 2.50 लाख रुपए
  2. अस्थि बाधितार्थ बालगृह के लिए 1.50 लाख
  3. दृष्टि एवं श्रवण बाधितार्थ विद्यालय में 1.50 लाख
  4. आस्था निकुंज वृद्धाआश्रम के लिए 1.50 लाख
  5. नगर निगम द्वारा संचालित बाल मंदिर स्कूल के बच्चों के लिये 1 लाख रुपए
  6. नगर पालिका निगम कर्मचारी संघ के लिए 1.50 लाख रुपए दान कर दिया

नहीं लडे़ंगे चुनाव

जतीन जायसवाल अगला निगम चुनाव नही लड़ रहे हैं. उनके परिवार का अन्य कोई सदस्य भी चुनाव नहीं लड़ रहा है. जतीन की मानदेय राशि दान करने की पहल की सराहना हो रही है. सत्ता पक्ष कांग्रेस ही नहीं विपक्षी दल भाजपा के पार्षदों व नेताओं ने भी इस पहल को अनुकरणीय बताते हुए जतीन की प्रंशसा की है.