किसानों और केंद्र सरकार के बीच न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और अन्य मांगों को लेकर सातवें दौर की बातचीत बुधवार को समाप्त हो गई।

इस बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और किसान मजदूर मोर्चा (KMM) के संयोजक सरवन सिंह पंधेर के नेतृत्व में 28 किसान प्रतिनिधि शामिल हुए।


केंद्र सरकार की ओर से कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और पीयूष गोयल मौजूद थे। इसके अलावा, पंजाब सरकार की ओर से कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड़ियां और वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा किसानों के साथ बातचीत कर रहे थे।


हालांकि, सातवें दौर की यह बैठक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची। इसलिए अब किसानों और केंद्र सरकार के बीच एक और बैठक होगी। केंद्र सरकार ने एक सचिव स्तर के अधिकारी को नियुक्त किया है, जो देशभर के किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सुझाव लेंगे। यह बैठक 4 मई को संभावित है। चर्चा करीब 4 घंटे तक चली।


बैठक के बाद क्या कहा हरपाल सिंह चीमा ने


वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि पिछली बैठक में किसानों की मांगों की एक सूची साझा की गई थी। इस बैठक में किसानों ने एमएसपी और अन्य मुद्दों को किन आंकड़ों के आधार पर उठाया है, इस पर चर्चा की गई। अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर भी बात हुई। केंद्र सरकार अब व्यापारियों और कृषि से जुड़े अन्य वर्गों से भी चर्चा करेगी। बातचीत के दौरान यह सहमति बनी कि इस एजेंडे पर 4 मई को फिर से बैठक होगी।


किसान नेता सरवन सिंह पंधेर का बयान


किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि पंजाब सरकार ने अचानक शंभू और खनौरी बॉर्डर पर पुलिस बल बढ़ा दिया है। हालांकि, मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि ऐसी कोई विशेष गतिविधि नहीं हुई है।