मेरठ : उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में पिछले दिनों होटल ब्लैक पेपर में दरोगा से मारपीट के मामले से चर्चा में आई महिला अधिवक्ता दीप्ति चौधरी की सदस्यता जिला बार एसोसिएशन ने रद कर दी है. इसी बीच दीप्ति को कोर्ट में पेश किया गया. जहां पर एसीजीएम-पंचम की कोर्ट ने 20 हजार रुपया की जमानत कर रिहा कर दिया.
एसपी सिटी रणविजय सिंह के अनुसार मेरठ में महिला अधिवक्ता दीप्ति चौधरी को थाने में हाईवोल्टेज ड्रामा करने तथा ड्रंक एंड ड्राइव के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पुलिस ने दीप्ति चौधरी को कोर्ट में पेश किया गया,जहां पर एसीजीएम-पंचम की कोर्ट ने 20 हजार रुपया की जमानत कर रिहा कर दिया.
देर शाम एसएसपी ऑफिस से लेकर कैंट स्थित सीडीए ऑफिस तक छह कार और दो बाइक में टक्कर मारने वाली महिला अधिवक्ता दीप्ति चौधरी ने शराब के नशे में लालकुर्ती थाने में भी खूब हंगामा किया था. जिसके बाद उसके खिलाफ दो मुकदमे दर्ज हुए थे. इसी मामले में दीप्ति को आज कोर्ट में पेश किया गया था.
उधर, विवादों में घिरी दीप्ति चौधरी को जिला बार एसोसिएशन ने निलंबित कर दिया है. जिला बार एसोसिएशन की हुई एक बैठक में महिला अधिवक्ता की सदस्यता रद करने का निर्णय लिया गया. जिला बार एसोसिएशन के महामंत्री प्रवीण कुमार ने बताया कि महिला की पहले भी कई बार शिकायत मिल चुकी थी. इस बार की शिकायत माफ करने लायक नहीं है इसलिए उनकी सदस्यता रद की गई है.
गौरतलब है कि महिला अधिवक्ता और दरोगा ने भाजपा पार्षद मनीष चौधरी के रेस्टोरेंट में भी हंगामा किया था जिसके बाद मनीष चौधरी ने दरोगा को पीटा और दरोगा ने मनीष चौधरी को. अधिवक्ता दीप्ति चौधरी और उनके साथी दरोगा सुखपाल सिंह के साथ मारपीट के मामले में पुलिस ने बीते दिनों भाजपा पार्षद मनीष चौधरी को गिरफ्तार करके जेल भेजा था.