रायपुर. प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर आए मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत से जेसीसी-जे के प्रतिनिधि मंड़ल के सदस्यों ने मिलकर, राज्य में निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए गुरुवार को ज्ञापन सौंपा. प्रतिनिधीमंडल के सदस्यों ने मुख्य चुनाव आयुक्त से मिल कर प्रदेश में शांति पूर्ण चुनाव और निष्पक्ष मतदान प्रक्रिया के लिए सुक्षावात्मक ज्ञापन सौंप कर अमल करने का आग्रह किया. मुख्य चुनाव आयुक्त ने प्रतिनिधीमंडल के सदस्यों को निष्पक्ष चुनाव कराने का भरोशा दिलाया.
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-जे के प्रवक्ता नितिन भंसाली ने बताया की मुख्य चुनाव आयुक्त को सौपे गए ज्ञापन में प्रमुख रूप से उन्होंने पहले चरण में होने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के मतदान केंद्रों में अनिवार्य रूप से सीसी टीवी केमेरे ओर वीडियोग्राफी कराये जाने, समस्त नक्सल प्रभावी मतदान केंद्रों में पर्याप्त सुरक्षा, शासन के नियंत्रण में संचालित शराब दुकानों की आवक-जावक एवं विक्रय का नियंत्रण और आवक जावक का लेखा जोखा पूर्ण रूप से चुनाव आयोग के नियंत्रण में हो, गैस सिलेंडर, बिजली बिल एवं अन्य शासकीय दस्तावेज जो जनता तक पोहचते है पर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के फोटो को तत्काल हटाये जाने बाबत, शासन द्वारा 2 माह पूर्व बांटे गए लगभग 50 लाख मोबाइल में शासन ने 6 महीने का डेटा फ्री दिया है.
जिस पर आचार संहिता लगने की दिनांक से लेकर चुनाव होते तक के समय का मुफ्त डेटा का हिसाब निकाल कर उसका खर्च बीजेपी के चुनाव खर्च में जोड़ने. चुनाव में केंद्रीय नेताओ द्वारा भविष्य में जनता को अपने भाषण में दिए जाने वाले प्रलोभन जैसी बातों पर कढ़ाई से कार्यवाही करने एवं चुनाव प्रचार में मोबाइल एसएमएस, व्हाट्सएप्प और सोशल मीडिया के उपयोग के निर्देशों को स्पष्ट करने सम्बंधित मांगो को चुनाव आयुक्त के समक्ष रखा.
साथ ही सभी बिंदुओ पर तत्काल कार्यवाही किये जाने का आग्रह किया. जिस पर मुख्य चुनाव आयुक्त ने जेसीसी-जे के प्रतिनिधिमंडल की बातों को गौर से सुनते हुए उस पर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया. इस दौरान जेसीसी-जे के प्रतिनिधिमंडल में इकबाल एहमद रिजवी, नितिन भंसाली, डीआर अग्रवाल, प्रतीक अग्रवाल सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे.