मनीष मारू, आगर-मालवा। मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले में एक 35 वर्षीय गल्ला व्यवसाई प्रवीण जैन की सोमवार को अज्ञात बदमाश ने चाकू मारकर हत्या कर दी। घटना जिले के बड़ौद नगर की है। पुलिस ने मामले में अज्ञात व्यक्ति पर हत्या का प्रकरण दर्ज किया है। इधर घटना के बाद से शहरवासियों में लचर कानून व्यवस्था को लेकर आक्रोश है। विरोध स्वरूप सुबह से ही बड़ौद के तमाम बाजार बंदकर हत्यारों को जल्द से जल्द पकडऩे की मांग को लेकर सड़क पर शव रख चक्काजाम किया गया।

आगर मालवा जिले में इन दिनों कानून व्यवस्था बदहाल स्थिति में पहुंच गई है। निपानिया बैजनाथ में हुए अंधेकत्ल का खुलासा हुआ हीं नहीं था कि, अपराधियों ने एकबार फिर अपने हौंसले बुलंद करते हुए जिले के बडौद में आगर मार्ग पर दिनदहाड़े एक व्यापारी पर चाकू से हमला कर दिया। घटना एक निजी स्कूल के सामने करीब दिन में करीब 12 बजे हुई है। गल्ला व्यापारी की दुकान शहरी क्षेत्र से थोड़ी बाहर है, जहां व्यापारी दुकान पर अकेला बैठा हुआ था। उसी समय बाइक पर सवार होकर आया एक बदमाश ने संभवत: लूट की नीयत से व्यापारी पर हमला कर दिया। घायल को उपचार के लिए परिजन आगर स्थित एक निजी चिकित्सालय ले गए, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद तबीयत ज्यादा बिगडऩे पर उसे उज्जैन रेफर किया गया। उज्जैन अस्पताल पंहुचने से पहले ही व्यापारी ने दम तोड़ दिया।

बता दें कि मृतक का नाम प्रवीण पिता रंगलाल जैन उम्र 35 वर्ष है। मृतक गल्ला व्यापारी है। हमले के पीछे प्राथमिक रूप से संभवत: लूट की नियत से घटना को अंजाम दिया जाना सामने आ रहा है। घटना के बाद व्यापारी के गल्ले में रखें करीब 35 हजार पुलिस ने उनके परिजनों के सुपुर्द किए हैं। घटना को करीब 20 घंटे बीतने के बाद भी अबतक आरोपी का कोई पता नहीं चला। इससे नाराज मृतक के परिजनों, व्यापारियों और शहरवासियों ने डग रोड स्थित बढ़ो थाने के सामने सड़क पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया प्रदर्शनकारियों की मांग है कि तत्काल आरोपी को पुलिस पकड़ कर लाए और मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा भी दें।

सूत्रों के अनुसार प्रवीण ने अपनी मौत से पहले पुलिस को अपने बयान दिए है जिसमें उसने हमलावर व घटना में उपयोग की गई गाड़ी के संबंध में अहम जानकारियां दी थी। प्रदर्शनी स्थल पर थाना प्रभारी विवेक कनोडिय़ा द्वारा समझाइश के प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन प्रदर्शनकारी कलेक्टर से चर्चा करने की मांग को लेकर अड़े हुए हैं। समाचार लिखे जाने तक प्रदर्शन जारी था।