हेमंत शर्मा,इंदौर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर के महू कांड (Mhow) को लेकर प्रदेश में जमकर सियासत हो रही है. महू में आज पीसीसी चीफ कमलनाथ मृतक भेरूलाल के घर पहुंचे, जहां पिता से बातचीत की. घटना को दुखद बताया. हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया. कमलनाथ ने कहा कि साधारण सरल नौजवान को गोली मारी गई, जो केवल वहां खड़ा हुआ देख रहा था कि क्या हो रहा है. यह गोली कांड मंदसौर के बाद हुआ है. ये केवल गोली चलाते है. आज भारतीय जनता पार्टी के पास केवल पुलिस पैसा और प्रशासन बचा है. ये दबाना छिपाना बीजेपी की रणनीति है. एक करोड़ के मुआवजे की मांग की है. चार बच्चों का परिवार बच्चा है. जिंदगी भर परिवार का गुजारा 10 लाख में कैसे होगा.
कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि आज मैंने महू जाकर पुलिस गोलीबारी में मारे गए आदिवासी युवक के परिवार एवं महेश्वर जाकर उस आदिवासी बेटी के परिवार से मुलाकात की जिसकी हत्या कर दी गई थी. दोनों परिवार दुख के सागर में डूबे हुए हैं. पीड़ितों के ऊपर ही एफआईआर दर्ज की गई है. उनके कष्ट को देखते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी पीड़ित परिवारों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी.
महू के डोंगर गांव में भेरूलाल के घर पहुंची लेकर मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि कानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने तक लोगों को इंतजार करना चाहिए था. पुलिस ने मज़बूरी में गोली चलाई है. एक निर्दोष युवक मारा गया. इस निर्दोष की जान उन स्वार्थ लोगों के कारण गई, जो हर घटना दुर्घटना में अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहते है, लेकिन राजनीती स्वार्थ लोगों को धर्य रखने नहीं देता, जो लोग समाज में अजरकता फैलाने पर आमादा है.
मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि ऐसे ही असामाजिक तत्वों ने थाने को घेरा है. उन्होंने परिवार को आश्वासन दिया. हर संभव मदद पीड़ित परिवार को की जाएगी. उषा ठाकुर ने कहा कि अगर थाने का घेराव नहीं होता, लोग जो अभी आरोपी सिद्ध भी नहीं हुए उसको छुड़ाने की ज़िद नहीं करते, तो आज हमारा भेरूलाल जिंदा होता. रिपोर्ट में दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा.
क्या है पूरा मामला ?
बता दें कि पूरा मामला महू के डोंगरगांव थाना क्षेत्र का है, जहां एक आदिवासी युवती की मौत पर जमकर बवाल हुआ. मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने शव लेकर थाने के बाहर चक्काजाम किया था. परिजनों का आरोप है कि युवती के साथ रेप के बाद उसकी हत्या कर दी. हत्या करने वाला पाटीदार समाज का युवक है. पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही और उसे पुलिस ने थाने में बैठा कर रखा है. भीड़ लगातार आरोपी को सौंपने की मांग कर रही थी. जिसके बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने भीड़ को समझाने की कोशिश की कि वह कानून अपने हाथ में ना लें आरोपी को सजा कोर्ट देगी.
लेकिन परिजन नहीं माने और लगातार प्रदर्शन करते रहे. 1 घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद जब परिजनों की कोई सुनवाई नहीं हुई तो परिजनों ने पुलिस थाने पर पथराव कर दिया. भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले बरसाए और 25 से ज्यादा हवाई फायर किए बावजूद इसके स्थिति पुलिस के कंट्रोल में नहीं आई और भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया. इस दौरान गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई. पथराव में 20 से अधिक पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए हैं. पुलिस ने इस मामले में 13 नामजद और 90 से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
10 लाख मुआवजा, सरकारी नौकरी
मध्यप्रदेश सीएम के फेसबुक पोस्ट पर लिखा गया है कि मुख्यमंत्री शिवराज (CM Shivraj) ने इंदौर के महू में हुई घटना को लेकर मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं. सीएम चौहान ने कहा कि सरकार की तरफ से पीड़ित परिवार को ₹10 लाख और बड़े बेटे को नगर परिषद में शासकीय नौकरी दी जाएगी.
बच्चों को शिक्षा और घर रिनोवेट होगा
इसके साथ ही सीएम के निर्देशानुसार तीन बच्चों की समुचित शिक्षा के लिए जनजातीय छात्रावास में संपूर्ण व्यवस्था और मृतक के दाह संस्कार के लिए नकद ₹20 हजार की राशि प्रदान की जाएगी. पीड़ित परिवार के पास प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पहले से आवास है, उसे रिनोवेट कराने की व्यवस्था की जाएगी.
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