माइक्रोसॉफ्ट ने भारत सरकार के साथ मिलकर एआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करने और 5 लाख भारतीयों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) उपकरणों के उपयोग में प्रशिक्षित करने की घोषणा की है। इसमें छात्र, शिक्षक, डेवलपर्स, सरकारी अधिकारी और महिला उद्यमी शामिल होंगे। यह प्रशिक्षण अगले साल तक पूरा किया जाएगा।
यह पहल भारत सरकार के ‘इंडिया एआई’ कार्यक्रम के तहत की जा रही है। माइक्रोसॉफ्ट ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत, कंपनी देश के 10 राज्यों में 20 नेशनल स्किल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स (NSTIs) और NIELIT केंद्रों में एआई उत्पादकता लैब स्थापित करेगी, जहां एआई शिक्षण पाठ्यक्रम उपलब्ध कराए जाएंगे।
महत्वपूर्ण घोषणाएं
यह सहयोग माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने 8 जनवरी को नई दिल्ली में आयोजित माइक्रोसॉफ्ट एआई टूर में घोषित किया। नडेला ने माइक्रोसॉफ्ट के तीन प्रमुख एआई प्लेटफॉर्म – Copilot, Copilot & AI stack, और Copilot Devices – पर प्रकाश डाला और भारतीय व्यवसायों के लिए उनके महत्व की जानकारी दी। नडेला ने कहा, “भारत में एआई अपनाने की दर तेजी से बढ़ रही है। यह देखकर आश्चर्य होता है कि तकनीकी चर्चा और इसका उपयोग सिएटल, पालो ऑल्टो, दिल्ली या बैंगलोर में लगभग एक जैसा है।”
माइक्रोसॉफ्ट का 3 बिलियन डॉलर का निवेश
इस घोषणा से एक दिन पहले माइक्रोसॉफ्ट ने भारत में अगले दो वर्षों में 3 बिलियन डॉलर (लगभग ₹257.51 करोड़) के निवेश की योजना साझा की थी। इसका उद्देश्य देश में क्लाउड और एआई क्षमताओं को बढ़ाना है।
साझेदार संगठनों के साथ एआई परियोजनाएं
माइक्रोसॉफ्ट ने परिवहन, स्वास्थ्य, वित्त, कृषि और शिक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में पांच संगठनों के साथ साझेदारी की है।
रेलटेल: रेलटेल के साथ एआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किया जाएगा।
अपोलो हॉस्पिटल्स: माइक्रोसॉफ्ट अपोलो को डेटा रणनीति और एआई आधारित नई तकनीकों के विकास में मदद करेगा।
बजाज फिनसर्व: एआई के उपयोग से कंपनी 2026 तक ₹150 करोड़ की वार्षिक बचत का लक्ष्य रख रही है।
महिंद्रा: ऑटोमोटिव और कृषि क्षेत्रों में एआई आधारित समाधान विकसित किए जाएंगे।
अपग्रेड: यह तीन साल की साझेदारी माइक्रोसॉफ्ट के एआई प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों के लिए उपयोगकर्ताओं को प्रमाणित करने पर केंद्रित होगी।
भारत में एआई का तेजी से विकास
IDC और माइक्रोसॉफ्ट के संयुक्त अध्ययन के अनुसार, 2024 में भारत में एआई अपनाने की दर 12% बढ़कर 72% तक पहुंच गई है।
इस पहल से भारत में एआई प्रौद्योगिकी के उपयोग में तेजी आएगी और यह देश के डिजिटल भविष्य को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
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