राजस्थान. एक बेबस और परेशान मजदूर पिता ने साइकिल चोरी की. लेकिन उसका ईमान भई देखिए उसने साइकिल चोरी करने के पीछे की वजह बताते हुए साइकिल मालिक के नाम एक चिठ्ठी भी छोड़ी. अपनी चिठ्ठी में बेबस मजदूर ने ये भी बताया कि उसने ये साइकिल क्यों चोरी की. जब आप उसकी ये व्यथा सुनेंगे तो आपकी भी आंखे भर आएंगी.
इसी बीच साइकिल चोरी होने के बाद उसके मालिक ने इसकी रिपोर्ट पुलिस से करनी चाही. लेकिन इसी बीच उसे घर के आंगन में वह चिठ्ठी मिली, जिसे उन्होंने पढ़ा.
इस चिठ्ठी में साइकिल चुराने वाले मजदूर ने लिखा था कि मैं आपका कसूरवार हूं. लेकिन, मजदूर हूं और मजबूर भी. मैं आपकी साइकिल लेकर जा रहा हूं. मुझे माफ कर देना. मेरे पास कोई साधन नहीं है और विकलांग बच्चा है. मुझे बरेली तक जाना है. साइकिल के मालिक का भी बड़प्पन देखिए जब, बरामदे में झाड़ू लगाते वक्त मिली यह चिट्ठी पढ़ी तो उसकी आंखें भर आईं. उसने तत्काल ही साइकिल चोरी की पुलिस में रिपोर्ट लिखवाने का इरादा ही बदल दिया.