रवि गोयल,जांजगीर.चांपा जिले के मालखरौदा के ग्राम जमगहन में भारी भ्रष्टाचार का मामला प्रकाश में आया है. जहां सरपंच सचिव अधिकारी और ठेकेदार ने मिलीभगत कर ग्रामीणों के शौचालय निर्माण की लाखो रूपये कि राशि डकार ली है. जिसको लेकर ग्राम जमगहन के ग्रामीण पिछले 2 साल से अधिकारियों के पास चक्कर काट रहे हैं. लेकिन आज तक उनको शौचालय निर्माण की प्रोत्साहन राशि नहीं दी गई.
इस मामले को लेकर गांव के ही सामाजिक कार्यकर्ता पुष्पेन्द्र खूंटे ने जनपद सीईओ से लेकर कलेक्टर तक को शिकायत कर गांव की समस्या से अवगत कराया गया था. लेकिन अधिकारियों द्वारा इस मामले में किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई. फिर शिकायतकर्ता ने इस मामले को जांजगीर के लोकपाल को सौंपा. लोकपाल ने जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की अनुशंसा भी की थी. लेकिन इस अनुशंसा पर कई महीने बीत जाने के बाद भी अधिकारियों ने किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की है.
जब इस मामले को लेकर लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने मालखरौदा के जनपद सीईओ विनय कुमार सोनी से बात कि तो उनका कहना था कि शिकायत प्राप्त हुई और जल्द ही दोषियों के ऊपर FIR दर्ज कराया जाएगा.
गौरतलब है कि मालखरौदा के ग्राम जमगहन में सरपंच सचिव द्वारा जबरन गांव के कई घरों में 2 से 3 शौचालय का निर्माण करवा दिया गया. लेकिन जब इन लोगों ने शौचालय निर्माण की राशि की मांग की तो गांव के सरपंच सचिव के द्वारा हितग्राहियों को चक्कर कटवाना शुरू कर दिया. गांव के करीब 101 हितग्राही ऐसे हैं जिन्होंने स्वयं के खर्चे से शौचालय निर्माण करवाया है.बताया जा रहा है इन 101 हितग्राहियों के शौचालय निर्माण की करीब 10 लाख से ऊपर की राशि सरपंच सचिव अधिकारी और ठेकेदार द्वारा डकार ली गई है.
वही इस मामले की बारीकी से जांच करने के बाद लोकपाल ने पूर्व सरपंच दिनेश कुमार, सचिव सुरेश कुमार चंद्रा, वेंडर अशोक जांगडे, रोजगार सहायक सुशीला चंद्रा और मालखरौदा के मंगल ट्रेडर्स को इस मामले में दोषी पाया गया है. इन सभी के द्वारा फर्जी बिल बनाकर सरकारी राशि का गबन किया है साथ ही लोकपाल द्वारा फर्जी बिल बना कर देने के लिए दोषी पाए गए. मंगल ट्रेडर्स के टीन नंबर निरस्त कर उसके खिलाफ मामला दर्ज करने की अनुशंसा भी लोकपाल द्वारा की गई है.