रायपुर. छत्तीसगढ़ शासन के गृह,जेल एवं लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने शनिवार को उतई नगर पंचायत में गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ कार्यक्रम के अंतर्गत ई-साक्षरता केंद्र का उद्घाटन किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर पंचायत के नवनिर्वाचित अध्यक्ष टिकेंद्र हिरवानी ने किया. इस अवसर पर गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ पर आधारित फिल्म का अवलोकन माननीय मंत्री सहित उपस्थित अथितियों ने किया.

मंत्री ताम्रध्वज साहू अपने उद्बोधन के प्रारंभ में नगर पंचायत क्षेत्र में उद्घाटित ई-साक्षरता केंद्र के लिए सभी को बधाई देते हुए कहा कि हमारी सरकार प्रदेश के लोगों को मजबूत बनाना चाहती है, इसी कारण शहरी क्षेत्र के लोगों को डिजिटल साक्षर बनाना चाहती है और यह कार्यक्रम उसी दिशा में बढ़ाया गया कदम है. शनिवार से इस कार्यक्रम का प्रारंभ नगर पंचायत क्षेत्र में हो रहे हैं.

कार्यक्रम का उद्देश्य समाज के पिछड़े व कमजोर वर्ग को मजबूत बनाना है,खासकर महिला वर्ग को ताकि वे डिजिटल साक्षर बने,कंप्यूटर का उपयोग करना सीखें और अपने दैनिक जीवन के कार्यों को, ऑनलाइन सुविधाओ का लाभ उठा कर सुगम बना सके. हम पहले अपने घर में किसी काम से पैसा लेते थे तो कुछ ज्यादा भी ले लेते थे लेकिन अब घर से ही ऑनलाइन में ठगी की संभावना नहीं रहेगी. उन्होंने आगे कहा कि यह भी ध्यान में रखना होगा कि आज के परिवेश में हमें जिंदगी में उतनी ही चीजें स्वीकार करनी चाहिए जितनी आवश्यक हो.

मंत्री ने कहा कि आजकल लोग मोबाइल में ही व्यस्त रहते हैं किसी मंच पर बैठो तो लोग भाषण सुनने की बजाय मोबाइल में गेम खेलते रहते हैं मैं मोबाइल का उपयोग उतना ही करता हूं जितना मेरे लिए आवश्यक है. आज के समाज में यह जरूरी भी है किंतु इसका दुरुपयोग नहीं होना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि ज्ञान का अंत नहीं है, कोई सीमा नहीं है जीवन के अंत तक ज्ञान होना जरूरी है.

गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ कार्यक्रम में हमें बैंक, पोस्ट ऑफिस ,बिजली ऑफिस पर खड़े होने की जरूरत नहीं होगी, लाइन लगाने की जरूरत नहीं होगी. अब हम घर बैठे ही ऑनलाइन ट्रांजैक्शन सीख लेंगे। एक माह के प्रशिक्षण में दो-दो घंटे यहां देना होगा और डिजिटल साक्षरता, कानूनी साक्षरता, वित्तीय साक्षरता,आत्मरक्षा,व्यक्तित्व विकास,कौशल विकास,जीवन मूल्य आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा.

समारोह को संबोधित करते हुए गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ के नोडल अधिकारी प्रशांत कुमार पांडे ने कहा कि यह देश का एक ऐसा नवाचारी कार्यक्रम है जो छत्तीसगढ़ के शहरी क्षेत्र में लागू किया गया है. उन्होंने आगे बताया कि कार्यक्रम प्रदेश के 36 केंद्रों में प्रारंभ किया गया. लगातार मांग को देखते हुए 14 अन्य केंद्रों को और स्वीकृत किया गया है. इस तरह से अब प्रदेश में 50 ई-साक्षरता केंद्र हो गए है. प्रदेश में अब तक 5778 डिजिटल नवसाक्षर बन चुके हैं. दुर्ग जिले में यह तीसरा केंद्र है.

इस केंद्र के माध्यम से डिजिटल साक्षरता के अलावा कानूनी, वित्तीय, चुनावी साक्षरता ,श्रेष्ठ पालकत्व ,जीवन मूल्य,आत्मरक्षा , व्यक्तित विकास,जैसे विषयों को भी शामिल किया गया है. समारोह में आखर अंजोर कार्यक्रम के नोडल अधिकारी दिनेश कुमार टांक, जिला परियोजना अधिकारी रजनी नेल्सन, प्राचार्य चंद्र किरण साहू ,स्टेट रिसोर्स पर्सन निधि अग्रवाल,शाला विकास एवम प्रबंध समिति की अध्यक्ष सरस्वती साहू ,ई एजुकेटर शालिनी टंडन, यामिनी साहू एवं गणमान्य नागरिक तथा छात्र छात्राएं उपस्थित रहे.