निशा मसीह,रायगढ़. जिले के चक्रधर बाल सदन में देर रात चार नाबालिग लड़कियों ने अपने ही केयर टेकर को पीटने के बाद कमरे में बंधक बनाकर फरार होने की कोशिश की है. हो हल्ला के चलते केयर टेकर की अन्य साथी मौके पर पहुंच गई और तत्काल दो लड़कियों को अनाथालय की छत से पकड़ लिया. बाकी लड़कियों को शहर के अलग-अलग इलाकों से पकड़ लिया गया है.

सबसे बड़ी बात तो ये है कि पुलिस को तत्काल इसकी सूचना नहीं दी गई. इस पूरी घटना की जानकारी पुलिस को सोमवार की सुबह मिली. जिसके बाद नगर पुलिस अधीक्षक ने सिटी कोतवाली टीम के साथ मौके पर पहुंकर सभी का बयान दर्ज किया. साथ ही पुलिस अधिकारियों द्वारा बाल सदन की देखरेख समिति को जमकर फटकार लगाते हुए लापरवाही पर सवाल उठाए.

चक्रधर बाल सदन पिछले कई सालों से महिला एवं बाल विकास की देखरेख में संचालित है. इसमें करीब सौ से अधिक लड़कियां रहती है. अक्सर आपसी मतभेद तथा बाल सदन में होने वाली लड़ाई के चलते कई लड़कियां पहले भी भाग चुकी हैं. देर रात भागने वाली लड़कियों में दो लड़कियां ऐसी है जो तीन-तीन बार अनाथालय से भाग चुकी थीं और बाद में पकडी गई थी.

इस बार भी अपनी केयर टेकर जमुना खडिया को मारपीट करते हुए उसके कमरे में बांधकर फिल्मी स्टाईल में फरार होने वाली चारों लड़कियां नाबालिग है और उनमें से एक लड़की मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले से भाग कर रायगढ़ पहुंची थी.

जिस केयर टेयर को रात करीब 10 बजे भागने वाली लड़कियों ने एक राय होकर मारते पीटते हुए कमरे में बांध कर बंद किया था उसने बताया कि अचानक ये लड़कियां कमरे में घुसी थी और मारते पीटते हुए उसके हाथ पैर बांध दिए और उसके कमरे को बाहर से बंद कर दिया. जमुना खड़िया बताती है कि जैसे-तैसे उसने अपना मुंह पर बंधा हुआ कपड़ा हटाया और चिल्लाने पर अपनी सहयोगियों को बुलाया और उन्हें भागती हुई लड़कियां को पकडऩे के लिए कहा. जिसके चलते मौके से ही छत पर दो लड़कियां पकड़ी गई और उसके बाद उनकी ही टीम ने शहर के अलग-अलग इलाकों से बाकी की भी लड़कियों को पकड़ा. जमुना खडिया का कहना था कि मारपीट करने वाली लड़कियां पहले भी भाग चुकी है और उसके साथ यह हरकत क्यों की उसे पता नही है. जमुना बताती है की चारो लड़कियां नाबालिग हैं और पहले भी कई बार भागने के बाद पकड़ी जा चुकी हैं.

इस पूरे मामले में जांच करने पहुंचे नगर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने भी बताया कि यह काफी गंभीर मामला है और पूरे स्टाफ से बयान लेकर यह पता लगाया जा रहा है कि लड़कियां आखिरकार अपनी केयर टेकर को मारपीट करते हुए बांधकर फरार क्यों होना चाहती थी. सिद्धार्थ का कहना है कि पहले भी यहां इस प्रकार की घटना हो चुकी है इसलिए महिला बाल विकास द्वारा नियुक्त कर्मचारियों को नोटिस देकर लापरवाही का जवाब मांगा जाएगा साथ ही साथ इस बात का पता लगाया जाएगा कि इनको भगाने के पीछे किस व्यक्ति ने प्लान बनाया था, उसको भी पकड़कर सामने लाया जाएगा. सीएसपी का कहना है कि इस पूरी घटना की जानकारी बाल सदन की महिलाओं ने पुलिस को नहीं दी थी.