संजय मानिकपुरी, सारंगढ़-बिलाईगढ़. दो जिलों की सीमा पर स्थित मिरौनी बैराज इन दिनों पिकनिक और नहाने के लिए स्थानीय लोगों का पसंदीदा स्थल बन गया है. लोग जान जोखिम में डालकर डीजे की धुन पर मस्ती कर रहे, लेकिन यह चंद घंटों की मस्ती कभी भी भारी पड़ सकती है. पिछले कुछ महीनों में यहां दो मासूम बच्चों की पानी में डूबने से मौत भी हो चुकी है. बावजूद इसके प्रशासन ने न चेतावनी बोर्ड लगाया है और न ही कोई सुरक्षा व्यवस्था की है.

सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले की ओर से कुछ हद तक प्रतिबंधात्मक कदम उठाए गए हैं, लेकिन बैराज सक्ती जिले के क्षेत्र में आता है. वहां का प्रशासन पूरी तरह उदासीन बना हुआ है. मिरौना बैराज में न तो कोई गार्ड तैनात है, न ही कोई चेतावनी बोर्ड या लाइफ जैकेट जैसी व्यवस्था है. वहीं लोग खुलेआम डीजे बजाकर न सिर्फ भीड़ इकट्ठा कर रहे, बल्कि जान जोखिम में डालकर नहा भी रहे हैं.

ठोस कदम नहीं उठाया तो सुंदर स्थल बन जाएगा जानलेवा

स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते सक्ती जिला प्रशासन ने ठोस कदम नहीं उठाया तो यहां और भी जानें जा सकती है. मिरौनी बैराज को लेकर समन्वित प्रयासों और सख्त निगरानी की सख्त जरूरत है, वरना यह सुंदर स्थल एक जानलेवा जगह में तब्दील हो जाएगा.