पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। धवलपुर रेंज में 45 लाख के तीन तालाब खोदने में की गई पैसों की गड़बड़ी पर सीसीएफ एसएसडी बड़गैया ने नवागढ़ के तत्कालीन रेंजर को नोटिस थमाया है. दोनों जिम्मेदार अफसरों से स्पष्टीकरण के अलावा तालाब निर्माण कार्य के भौतिक सत्यापन करने वाले अफसर का नाम व भुगतान की स्थिति की भी जानकारी मांगी गई है.

मुख्य वन संरक्षक कार्यालय की ओर से 30 नवम्बर को जारी आदेश में धवलपुर रेंज के तत्कालीन प्रभारी रेंजर उधो राम ध्रुव और नवागढ़ रेंजर लक्ष्मण बाबू राव अलोने द्वारा तालाब निर्माण कार्य मे गड़बड़ी करने के आरोप में शोकाज नोटिस जारी किया गया है. दोनों रेंजर को 3 दिसम्बर तक यह स्पष्टीकरण दे देना था, लेकिन विडंबना ऐसी है कि स्थानीय वन मण्डल अधिकारी मयंक अग्रवाल ने ऐसे किसी पत्र की जानकारी से इंकार करते हुए कहा कि यह आदेश सीधे सीसीएफ कार्यालय से सम्बंधित रेंजरों को जारी किया गया है.

शिकायत के बाद जांच में हुआ खुलासा

पत्र के मुताबिक धवलपुर रेंज के क्षेत्र क्रमांक 849, 850 एवं 854 में तालाब गहरीकरण के लिए प्रति तालाब 15 लाख के दर पर वित्तीय वर्ष 2018-19 में 45 लाख की स्वीकृति मिली थी. इसमें भारी गड़बड़ी की शिकायत सुरेश मानिकपुरी द्वारा 16 सितम्बर को पीसीसीएफ कार्यालय में की गई थी.  शिकायत की जांच संयुक्त वन मंडलाधिकारी राजिम एके श्रीवास्तव को सौंपी गई थी. जांच में फर्जी वाउचर प्रस्तुत कर तालाब की खुदाई पूर्ण होना बता दिया गया.

खुदाई में जेसीबी का हुआ इस्तेमाल

जांच रिपोर्ट के मुताबिक जेसीबी से खुदाई का प्रावधान नहीं होने के बावजूद रेंजर उधो राम ने बगैर अनुमति के अपने करीबी ठेकेदार से करवा दिया, जबकि वन मण्डल से निविदाकार फर्म के मशीन का उपयोग अनुमति लेकर किया जाना था. इसी तरह की गड़बड़ी नवागढ़ रेंज में क्षेत्र क्रमांक 694 में स्वीकृत 10 लाख के निर्माण कार्य मे पाई गई. यहां 393 घन मीटर कम खनन कर 60642 रुपए की गड़बड़ी करना पाया गया.