योगेश यादव, बगीचा। बगीचा ब्लॉक के ब्लॉक के 23 सीएसी और टीचर्स ने एसडीएम (प्रशिक्षु आईएएस) रोहित व्यास के सामने कबाड़ के जुगाड़ से बनाए गए मॉडलों के जरिए साइंस के अध्यायों का प्रदर्शन किया. करीब पांच घंटे तक चली इस क्लास में साइंस के 9 अध्यायों का टीचर्स ने बारी-बारी से गतिविधियों के साथ प्रदर्शन किया.

एजुकेशन विभाग की रविवार को लगी इस क्लास शिक्षकों ने बताया की उनके मॉडल से साइंस के विभिन्न चेप्टर को कैसे आसानी से स्टूडेंट्स को समझाया जा सकता है. एसडीएम रोहित व्यास ने शिक्षकों की तारीफ करते हुए कहा कि आप सभी ने काफ़ी मेहनत की है, लेकिन इसमें अभी और मेहनत करने की जरुरत है. इस दौरान उन्होंने कई उदाहरण के जरिये गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के महत्वपूर्ण सुझाव टीचर्स को सुझाये.

उल्लेखनीय है कि आदिवासी बाहुल्य बगीचा के ग्रामीण स्टूडेंट्स को प्रयोगात्मक शिक्षा के जरिये गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने के लिए बगीचा एसडीएम रोहित व्यास ने ‘मिशन कौतुहल’ की शुरुआत की है. बगीचा ब्लॉक के साथ कांसाबेल ब्लॉक में भी मिशन कौतुहल क्रियान्वित है. जिसमें प्रोजेक्ट बनाकर, मॉडल व गतिविधियों के जरिये प्रत्यक्ष शिक्षा दी जानी है. इसमें खास यह भी है की बेकार पड़ी अनुपयोगी व कबाड़ वस्तुओं के प्रयोग से व बेहद कम लागत से स्टूडेंट शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे.

इलाके के जनप्रतिनिधि व ग्रामीण युवा प्रशिक्षु आईएएस ऑफिसर के इस पहल की सराहना करते हुए मिशन कौतूहल को ग्रामीण शिक्षा में महत्वपूर्ण कदम बता रहे हैं.  डीईओ एन. कुजूर कहते हैं कि जशपुर जिले के बगीचा और कांसाबेल ब्लॉक में शिक्षा को लेकर ‘मिशन कौतूहल’ प्रशंसनीय पहल है. जिसमें हमारे सीएसी और टीचर्स शून्य निवेश नवाचार के माध्यम से अध्यायों का प्रायोगिक मॉडल तैयार कर अध्यापन कराने की पहल कर रहे हैं. इस नवाचार में सरल और सहज तरीके से विद्यार्थी अध्यायों को समझ सकेंगे.

वहीं बगीचा विकासखंड शिक्षा अधिकारी एमआर यादव कहते हैं कि एसडीएम रोहित व्यास के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों को प्रायोगिक शिक्षा देने मिशन कौतूहल की शुरुआत की गई है. जिसमें हमारे सीएसी और टीचर्स के द्वारा व्यापक तैयारी की जा रही है.