संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी। विधायक धर्मजीत सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से हसदेव अरण्य कोल ब्लॉक में कोयला खनन की अनुमति नहीं देने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा कि आईसीएफआरई रिपोर्ट के मुताबिक पूरे क्षेत्र को संरक्षित करने की आवश्यकता है. इसके साथ और पूरे क्षेत्र को ‘नो गो’ अधिसूचित करने की वकालत की है.

विधायक धर्मजीत सिंह ने सरकार से अनुरोध किया है कि हसदेव अरण्य के अन्य 14 कोल ब्लॉक, जिसे आईसीएफआरई ने खनन अनुमति से बाहर रखने कहा है, की बॉयोडायर्वसिटी और पर्यावरण महत्ता अन्य सभी ब्लॉक की भी एक जैसी ही है. ऐसे में हसदेव और अन्य क्षेत्र में पूर्व से चालू खदान के अलावा किसी भी वर्जिन कोल ब्लॉक में अब खनन की अनुमति नहीं दी जाए.

उन्होंने कहा कि ऐसा करने से राज्य या देश की कोयला आपूर्ति में कोई कमी नहीं होने होने वाली है, क्योंकि हसदेव अरण्य के बीस कोल ब्लॉक में पांच हजार मिलियन टन कोयला भण्डार ही है, जो कि छत्तीसगढ़ राज्य के कुल भण्डार के दस प्रतिशत से भी कम और देश में उपलब्ध कुल कोयला भंडार का दो प्रतिशत से भी कम है.

बिलासपुर सिटी कोतवाली को संरक्षित करने की मांग

लोरमी विधानसभा क्षेत्र के विधायक व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के नेता धर्मजीत सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर बिलासपुर जिला मुख्यालय स्थित सिटी कोतवाली व तहसील कार्यालय भवन को तोड़ने के बजाय संरक्षित करने की मांग की है. विधायक ने कहा कि देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. इधर बिलासपुर जिला प्रशासन सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने के बजाय नामोनिशान मिटा रहा है. छत्तीसगढ़ में स्वतंत्रता पूर्व की शासकीय इमारतों को संरक्षित करने और संवर्धन के लिए राज्य शासन आवश्यक दिशा निर्देश दे.