हेमंत शर्मा, रतलाम। मध्यप्रदेश में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। 2018 से 2023 के इस कार्यकाल का साढ़े चार साल बीत चुका है। साल खत्म होते-होते जनता फिर अपनी सरकार चुनेगी। यानी एक बार फिर जनप्रतिनिधियों की आवाम की उम्मीदों पर खरा उतरने की बारी है। एमपी की 230 विधानसभा सीटों में मौजूदा हालात क्या हैं, क्षेत्र की क्या स्थिति है, कौन सा विधायक कितने पानी में है ? इन सभी का जवाब अब विधायक जी का रिपोर्ट कार्ड (Vidhayak Ji Ka Report Card) देगा। लल्लूराम डॉट कॉम आपको सूबे के सभी विधायकों की परफॉमेंस और उनके क्षेत्रों की जमीनी हकीकतों के बारे में बताने जा रहा है। विधायक जी का Report Card में आज बात रतलाम जिले की जावरा विधानसभा सीट की।
जावरा विधानसभा सीट का इतिहास
जावरा विधानसभा क्षेत्र मध्य भारत में मध्य प्रदेश राज्य के 230 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। यह रतलाम जिले में आता है। 1957 में अस्तित्व में आई विधानसभा में अब तक 14 बार के चुनाव में 6 बार बीजेपी ने तो वहीं 8 बार कांग्रेस ने जीत हासिल की। इस सीट पर फिलहाल भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। 2018 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी डॉ राजेंद्र पांड ने कांग्रेस प्रत्याशी को 511 के अंतर से हराया था।
विधायक से जनता नाराज
जावरा विधानसभा की जनता भाजपा विधायक राजेंद्र पांडे से नाराज है। विधायक ने 15 सालों में भी रेलवे ओवरब्रिज बनवाकर तैयार नहीं करवा पाए। सड़क, पानी, बिजली की भी ठीक से व्यवस्था नहीं है। बारिश में जल जमाव की स्थिति निर्मित होती है। इसे लेकर क्षेत्र की जनता में काफी रोष है।
प्रसिद्ध तीर्थ स्थल हुसैन टेकरी
मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटों में से रतलाम जिले की एक जावरा सीट कांग्रेस के लिए काफी अहम मानी जाती है। इस सीट में बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक वोटर्स निवास करते हैं और यहां पर मुस्लिम समुदाय के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल हुसैन टेकरी है। जहां पर बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग देश-विदेश से दर्शन करने के लिए पहुंचते है। मक्का मदीना के बाद दूसरा स्थान हुसैन टेकरी का है, जहां पर बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। क्षेत्र कृषि एवं व्यवसाय की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। व्यवसाय की दृष्टि से जिले की सबसे बड़ी मंडी जावरा में स्थित है। जावरा विधानसभा सीट पर लंबे समय तक कांग्रेस ने अपना राज बनाए रखा।
राजेंद्र पांडे तीन बार रह चुके हैं विधायक
इस सीट से वर्तमान विधायक राजेंद्र पांडे 3 बार विधायक चुने जा चुके हैं। पहली बार राजेंद्र पांडे ने 2003 में चुनाव में जीत हासिल की थी। इसके बाद 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव में भी जीत हासिल की है। कांग्रेस के कद्दावर नेता के के सिंह कालूखेड़ा को डॉ राजेंद्र पांडे ने पराजित किया था। केके कालूखेड़ा 2018 के विधानसभा चुनाव में राजेंद्र पांडे को 64503 वोट मिले थे और कांग्रेस प्रत्याशी के के सिंह कालूखेड़ा को 63292 वोट प्राप्त हुए थे। 511 वोटों से बीजेपी से प्रत्याशी डॉ राजेंद्र पांडे ने जीत हासिल की थी।
अब तक तैयार नहीं हुआ रेलवे ओवरब्रिज
बात की जाए विधायक के रिपोर्ट कार्ड की तो क्षेत्र की जनता विधायक से खासी नाराज है। लंबे समय से विधायक रहे राजेंद्र पांडे ने जावरा विधानसभा के लिए एक रेलवे ओवरब्रिज भी बनवा कर अब तक तैयार नहीं करवाया। जिससे जनता को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। रेलवे ओवरब्रिज की मांग लंबे समय से उठी चली आ रही है। 2003 में विधायक रहे राजेंद्र पांडे ने जीत का सेहरा भी रेलवे ब्रिज बनाने को लेकर पहना था और 2023 के विधानसभा चुनाव तक भी यह रेलवे ब्रिज अब तक तैयार नहीं हो पाया है।
ROB के नाम पर वोट, लेकिन काम अधूरा
क्षेत्र के लोगों का कहना है हर बार बीजेपी और कांग्रेस के नेता रेलवे ब्रिज के नाम पर चुनाव में वोट मांगने के लिए आते हैं और थोड़ा सा काम करवा कर फिर रोक दिया जाता है। पिछले 5 सालों से लगातार कई बार इस रेलवे ओवरब्रिज काम को रोका गया है। पूर्व में रेलवे ओवरब्रिज का ठेका किसी और ठेकेदार को दे दिया गया था, जिसको लेकर लंबे समय तक विवाद चला और अगले चुनाव में विवाद जब खत्म हुआ तो रेलवे ओवरब्रिज का काम शुरू तो हुआ, लेकिन अब तक काम पूरा नहीं हो सका है।
विधायक जी क्षेत्र में नहीं आते नजर
इसके साथ ही क्षेत्र में गंदे पानी की समस्या खराब सड़कें और जलभराव की स्थिति निर्मित होती है। बारिश में लोगों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। क्योंकि तेज बारिश के समय घरों के अंदर पानी घुस जाता है। जावरा विधानसभा क्षेत्र में कोई भी पानी निकासी की व्यवस्था अब तक दुरुस्त नहीं हो सकी है। क्षेत्र के लोगों का कहना है विधायक जी से मुलाकात करने जाते हैं तो वे मिलते नहीं है और ना ही क्षेत्र में नजर आते हैं।
कुछ लोगों बोले- ठीक ठाक हुआ काम
दूसरी ओर कुछ लोगों का मानना है कि विधायक ने क्षेत्र में ठीक-ठाक काम किया है, लेकिन साफ तौर पर देखें तो इस बार जावरा विधानसभा क्षेत्र की जनता विधायक डॉ राजेंद्र पांडे से खासी नाराज नजर आई है। जनता का कहना है 2018 विधानसभा चुनाव में जो वादे किए थे वह तो पूरे नहीं हुए और ना ही 2003 विधानसभा में जो वादे किए थे वह भी पूरे नहीं हुए,। अब आने वाले चुनाव में देखना होगा कि जनता किसको जीत का सेहरा पहनाकर फिर से विधानसभा भेजती है।
कुल मतदाताओं की संख्या
रतलाम जिले की जावरा विधानसभा में कुल वोटर्स की संख्या 2 लाख 27 हजार 727 है। इसमें पुरुष मतदाता 1 लाख 15 हजार 436, महिला वोटर 1 लाख 12 हजार 278 और थर्ड जेंटर मतदाता की संख्या 10 है।
- कुल मतदाताओं की संख्या :- 227727
- पुरुष मतदाताओं की संख्या – 115439
- महिला मतदाताओं की संख्या – 112278
- थर्ड जेंडर – 10
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