अविनाश श्रीवास्तव/सासाराम। शहर से बड़ी खबर सामने आ रही है। दिनारा विधानसभा क्षेत्र से राजद विधायक विजय मंडल को 15 साल पुराने एक आंदोलन से जुड़े मामले में कोर्ट से राहत मिल गई है। सासाराम स्थित एमपी-एमएलए कोर्ट ने आज उन्हें बाइज्जत बरी कर दिया। साल 2010 में एक राजनीतिक आंदोलन के दौरान सड़क जाम करने के आरोप में विजय मंडल सहित 15 लोगों पर केस दर्ज किया गया था। यह आंदोलन उस समय की सरकार की नीतियों के विरोध में किया गया था। पुलिस ने सभी पर शांति भंग करने और यातायात बाधित करने के आरोप लगाए थे। तब से यह मामला कोर्ट में लंबित था।
सबूतों के अभाव में मिला न्याय
करीब 15 साल तक चली सुनवाई के बाद आज सासाराम के एमपी/एमएलए स्पेशल कोर्ट ने सभी आरोपियों को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया। कोर्ट ने कहा कि अभियोजन पक्ष यह साबित नहीं कर पाया कि आरोपी जानबूझकर कानून का उल्लंघन कर रहे थे।
न्यायपालिका पर हमेशा भरोसा था
फैसले के बाद मीडिया से बात करते हुए विजय मंडल ने कोर्ट का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा मुझे शुरू से न्यायपालिका पर भरोसा था। मुझे खुशी है कि आज मुझे न्याय मिला। उस समय की सरकार ने मुझे झूठे मुकदमे में फंसाने की कोशिश की थी, लेकिन सच की जीत हुई। उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र में आवाज उठाना हर नागरिक का अधिकार है और जनता की बात को लेकर जब भी जरूरत पड़ी वे आगे भी खड़े रहेंगे।
राजनीतिक रंग भी था केस में
राजनीतिक जानकारों की मानें तो यह मुकदमा शुरू से ही राजनीति से प्रेरित था। विपक्षी दलों का आरोप रहा है कि विरोध करने वाले नेताओं को प्रशासन झूठे मुकदमों में फंसाकर दबाने की कोशिश करता रहा है।
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए किल्क करें