रायपुर. एमएमआई अस्पताल पर 24 घंटे से एक लाश को अस्पताल में रोक कर रखने का आरोप परिजनों ने लगाया है. परिजनों का आरोप है कि भिलाई के मरीज सुब्बा सिंह को अस्पताल में भर्ती कराने से पहले इलाज के लिए 1.95 लाख रुपए का अनुमानित खर्च बताया था.

लेकिन इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई और अब अस्पताल ने परिजनों को 4 लाख रुपए से अधिक का बिल थमा दिया है.
लेकिन एमएमआई अस्पताल द्वारा एक लाश को 24 घंटे से अधिक तक रोक कर रखना एक अमानवीय व्यवहार है. अब देखना ये होगा कि स्वास्थ्य विभाग एमएमआई प्रबंधन पर क्या कार्रवाई करता है.

अस्पताल प्रबंधन का ये पहला मामला नहीं है जब यहां लाश को रोक कर रख दिया हो. इसके पहले भी एमएमआई के खिलाफ ऐसा मामले सामने आ चुके है.

वहीं एमएमआई प्रबंधन ने दावा किया है कि मरीज की लाश रोक कर नहीं रखी गई है वो ले जाने में असमर्थ है इसलिए लाश को शवघर में रखा गया है.