रायपुर। प्रदेश के मनरेगा कर्मचारी अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर शनिवार को राजधानी में बड़ा प्रदर्शन करने जा रहे हैं. इस ‘वादा निभाओ रैली’ में 5 हजार से अधिक संविदाकर्मियों के जुटने का अनुमान जताया गया है.

मनरेगा कर्मचारी संघ के प्रवक्ता सूरज सिंह ने बताया कि मनरेगा कर्मचारी अपनी 2 सूत्रीय मांग को लेकर करीब 2 महीने से हड़ताल पर बैठे हैं. आज हम राजधानी में वादा निभाओ रैली का आयोजन किया है, जिसमें प्रदेश भर के करीब 5 हजार से अधिक संविदाकर्मी शामिल होंगे. इसके आलावा जो हमारे 21 सहायक परियोजना अधिकारी की सेवा समाप्त करने का आदेश जारी किया गया है, उसका विरोध भी किया जाएगा.

बता दें कि छत्तीसगढ़ में मनरेगा कर्मियों की हड़ताल को 63 दिन पूरे हो गए हैं. इस बीच शासन ने मनरेगा योजना में कार्य करने वाले 21 सहायक परियोजना अधिकारियों की सेवा समाप्त कर दी है. इनके बदले नियमित परियोजना अधिकारियों की नियुक्ति की गई है. इस आदेश के बाद आंदोलनरत संविदाकर्मियों में खासी नाराजगी देखने को मिली.

आंदोलनरत संविदाकर्मियों कहना है कि जन घोषणा घोषणा पत्र में यह वादा किया गया था की समस्त संविदा कर्मचारियों की नियमितीकरण और किसी भी संविदा कर्मचारी की छटनी नहीं की जाएगी. लेकिन इसके विपरीत जन घोषणा पत्र को आत्मसात करने की मांग को लेकर हड़ताल में बैठे मनरेगा कर्मियों की सेवा समाप्त करना अलोकतांत्रिक रवैया का परिचायक है, छत्तीसगढ़ में स्थिति अब ऐसी बनती जा रही है कि कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल भी नहीं कर पाएंगे.

छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के प्रांत अध्यक्ष चंद्रशेखर अग्निवंशी और कार्यकारी अध्यक्ष राधेश्याम कुर्रे ने इस आदेश की घोर निंदा की है और इसे तत्काल निरस्त करने मुख्यमंत्री से अपील की है. साथ ही आदेश वापस नहीं होने पर छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ द्वारा उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.