न्यूयॉर्क। पाकिस्तान के संस्थापक, मोहम्मद लीग के नेता और बीसवीं सदी के प्रमुख राजनीतिज्ञ मोहम्मद अली जिन्ना की बेटी दीना वाडिया का गुरुवार को न्यूयॉर्क में देहांत हो गया. 98 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली. वाडिया समूह के अध्यक्ष नुस्ली एन वाडिया उनके बेटे हैं. उनके परिवार में इसके अलावा बेटी डीएन वाडिया और पोते नेस और जेह वाडिया हैं.
दीना वाडिया की दास्तां?
दीना वाडिया का जन्म लंदन में 14 अगस्त 1919 में हुआ था. दीना पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना और रति उर्फ रतनबाई पेटिट की बेटी थीं. वे जिन्ना की इकलौती संतान थीं. मोहम्मद अली जिन्ना को पाकिस्तान में क़ायदे-आज़म यानी महान नेता और बाबा-ए-क़ौम यानी राष्ट्र पिता के नाम से संबोधित किया जाता है.
दीना का जन्म उस वक्त हुआ, जब उनकी मां लंदन के थिएटर में एक फिल्म देख रही थीं.
दीना की मां रतन बाई पेटिट भी एक कुलीन परिवार से थीं. वे सर दिनशॉ पेटिट की बेटी थीं. सर दिनशॉ उस वक्त के बंबई के मशहूर रईस थे और उनकी बेटी रति या रतन पेटिट के खूबसूरती के लोग दीवाने थे. जिन्ना ने रति से दूसरी शादी की थी. उस वक्त जिन्ना 40 और रति महज 18 साल की थीं.
दीना रति और जिन्ना की इकलौती संतान थीं. जिन्ना पाकिस्तान के संस्थापक थे. 1947 में भारत से अलग होकर पाकिस्तान देश बना था. बावजूद इसके दीना पाकिस्तान बनने के बाद भी वहां नहीं रहीं और उन्होंने भारत का नागरिक होना स्वीकार किया. इससे मोहम्मद अली जिन्ना को गहरा सदमा पहुंचा था. बाद में दीना अमेरिका में ही बस गई थीं.
दीना ने पारसी कारोबारी नेविली वाडिया से शादी की थी. दीना की शादी से भी उनके पिता जिन्ना खुश नहीं थे. उन्हें उनके दूसरे समुदाय में शादी करने से ऐतराज था. इसके बाद ही पिता और बेटी के बीच संबंध खराब हो गए थे.
दीना अपने पिता मोहम्मद अली जिन्ना के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हुई थीं.
अपने पूरे जीवन में दीना वाडिया 2 ही बार पाकिस्तान गईं. एक बार 1948 में और दूसरी बार 2004 में. दीना के बेटे नुस्ली वाडिया भारत के जाने-माने बिजनेसमैन हैं.