Modi cabinet 3.0: राष्‍ट्रपति भवन दिल्‍ली में 9 जून 2024 की शाम को नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है. ओडिशा के लोकप्रिय आदिवासी चेहरे और छह बार के सुंदरगढ़ के सांसद जुएल ओरम, संबलपुर के सांसद धर्मेंद्र प्रधान और राज्यसभा सांसद अश्विनी वैष्णव केंद्रीय मंत्रिपरिषद ने भी आज मंत्रिपद की शपथ ली. राज्य में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनाव भी हुआ था. जिसमें भाजपा ने 147 सदस्यीय विधानसभा में 78 सीट जीतकर पहली बार सहज बहुमत हासिल किया है. इन नतीजों के बाद ओराम और प्रधान दोनों को मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा था. लेकिन अब इन दोनों मंत्रियों के शपथ लेने के बाद सबसे बड़ा सवाल ये है कि अब ओडिशा में मुख्यमंत्री कौन बनेगा?

बता दें कि ओडिशा के नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह सोमवार 10 जून को आयोजित होने वाला था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की व्यस्तता के कारण कार्यक्रम स्थगित किया गया है. पार्टी नेता जतिन मोहंती और विजयपाल सिंह तोमर ने इस बात की पुष्टि की है. मोहंती ने बताया कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के अगले दिन पार्टी सांसदों से मिलेंगे. इसके अलावा, नवनिर्वाचित सदस्यों की पहली विधायक दल की बैठक अब 11 जून को तय की गई है. चुनाव प्रचार के दौरान नरेंद्र मोदी ने कहा था कि ओडिशा की पहली भाजपा सरकार 10 जून को शपथ लेगी. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल ने भी शनिवार को इसकी पुष्टि की थी. इसके लिए भाजपा विधायक दल की बैठक सोमवार को आहुत की गई थी और इस बैठक में मुख्यमंत्री का चुनाव करना था.

मुख्यमंत्री पद के लिए नाम पर नहीं हुआ अंतिम फैसला

पार्टी सूत्र बताते हैं कि राज्य में अभी तक मुख्यमंत्री के नाम का चुनाव नहीं हो पाने के लिए चलते शपथ ग्रहण समारोह आगे के लिए टाल दिया गया है. नए मुख्यमंत्री को लेकर अब भी रहस्य बना हुआ है. पहले वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र प्रधान का नाम सबसे ऊपर चल रहा था. लेकिन अब धर्मेंद्र प्रधान मोदी सरकार 3.0 में शामिल हो रहे हैं, इसलिए उनका नाम मुख्यमंत्री पद की लिस्ट से हट गया है. भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व अभी तक मुख्यमंत्री पद के लिए किसी नेता के नाम पर अंतिम फैसला नहीं कर पाया है, लेकिन पार्टी की ओडिशा इकाई के अध्यक्ष मनमोहन सामल ने कहा कि स्पष्ट तस्वीर सामने आने के लिए दो दिन और इंतजार करना होगा.

विधायक सुरेश पुजारी हो सकते हैं मुख्यमंत्री

सूत्रों के मुताबिक, भाजपा के वरिष्ठ नेता और नवनिर्वाचित विधायक सुरेश पुजारी नई दिल्ली पहुंचे, जिससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह शीर्ष पद के प्रमुख दावेदारों में से एक हो सकते हैं. सुरेश पुजारी 2019 के चुनाव में बरगढ़ से लोकसभा के लिए चुने गए थे. उन्होंने हाल ही में ब्रजराजनगर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीता. उनके समर्थकों का मानना ​​है कि उन्हें केंद्रीय नेताओं के साथ चर्चा के लिए नई दिल्ली बुलाया गया है. भाजपा ने 147 सदस्यीय विधानसभा में 78 सीट जीतकर सहज बहुमत हासिल किया. पार्टी ने मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए बिना मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था. इस बीच, भुवनेश्वर के जनता मैदान में शपथग्रहण समारोह के आयोजन की तैयारियां चल रही हैं. इस बीच खबर मिली है कि बीजू जनता दल- बीजद नेता वी. के. पांडियन ने ओडिशा चुनावों में पार्टी की हार के बाद सक्रिय राजनीति छोड़ने का ऐलान किया है.

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