नई दिल्ली. करीब- करीब अलग होने के मोड़ पर पहुंच चुके बीजेपी टीडीपी गठबंधन को जोड़े रखने की कवायद खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष दर्जे की मांग पर एनडीए से अलग होने पर अड़े आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से बात की है. इस बातचीत से संकेत मिल रहे हैं कि हालात बेहतर हो जाएंगे. एनडीए सरकार में टीडीपी के दोनों मंत्री अशोक गजपति राजू और वाई एस चौधरी शाम 6 बजे प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे. माना जा रहा है कि इस बैठक में स्थिति सामान्य हो जाएगी.
इधर पीएम मोदी से बात के फौरन बाद चंद्रबाबू नायडू ने एक हाई लेबल मीटिंग बुलाई है. माना जा रहा है कि दोनों मुलाकातों का अर्थ यही है कि फिलहाल एनडीए में फूट की स्थिति संभल गई है.
2019 से ठीक पहले अलग एनडीए में बिखराव हुआ तो इससे न सिर्फ पीएम मोदी की साख पर बट्टा लगेगा, बल्कि चुनाव में भी इसका असर देखने को मिल सकता है.
इससे पहले राज्य सरकार में बीजेपी के मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है, तो वहीं आज ही केंद्र सरकार से टीडीपी कोटे के मंत्री इस्तीफा देंगे. दोनों पार्टियों के बीच में बढ़ रही राजनीतिक तल्खी के बीच भी एक अलग बात देखने को मिली. जिस दौरान बीजेपी कोटे के मंत्री आंध्र प्रदेश सरकार से इस्तीफा देने पहुंचे तो वहां मौजूद टीडीपी मंत्रियों से गले मिले और उसके बाद अपना इस्तीफा सौंपा. बीजेपी कोटे के ये दो मंत्री कामिनेनी श्रीनिवास, माणिक्याला राव हैं.
दोनों मंत्रियों के इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस बात की जानकारी आंध्रप्रदेश विधानसभा में भी दी. उन्होंने कहा कि बीजेपी कोटे के मंत्रियों ने राज्य सरकार से इस्तीफा दे दिया है. इन दोनों मंत्रियों ने अपने विभाग में काफी अच्छा काम किया था. मैं इनको धन्यवाद देता हूं. नायडू ने ये भी बताया कि केंद्र सरकार से उनके कोटे के मंत्री भी आज इस्तीफा देंगे.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी के शीर्ष नेता चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि उनके राज्य के साथ अन्याय हुआ है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा नहीं निभाया है. जिसके चलते हमने केंद्र सरकार से अलग होने का फैसला किया है. नायडू ने ये भी कहा कि वो सत्ता के भूखे नहीं हैं.