अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के इस कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन भी शामिल होंगे। विश्वविद्यालय के इस शताब्दी समारोह को यादगार बनाने के लिए प्रधानमंत्री एक विशेष डाक टिकट भी जारी करेंगे। गौरतलब है कि यह पहली बार है जब पचास साल से भी ज्यादा समय में कोई प्रधानमंत्री एएमयू के कार्यक्रम में भाग लेगा।
दरअसल, 1964 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने एएमयू के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया था। उस समय से अब तक किसी प्रधानमंत्री ने इस विश्वविद्यालय के समारोह में भाग नहीं लिया था। सर सैयद अहमद खान ने 1877 में मोहम्मडन एंग्लो ऑरिएंटल स्कूल की स्थापना की थी और 1920 में इस स्कूल ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का रूप लिया। आज अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के केरल के मल्लपुरम, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद-जांगीपुर और बिहार के किशनगंज में भी शैक्षणिक केंद्र हैं।