रायपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहम्मद अकबर ने किसानों को साल 2016-17 का बोनस मिलने पर कहा है कि किसानों को उनके हक का केवल आठ प्रतिशत ही मुख्यमंत्री रमन सिंह दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने 2013 के विधानसभा चुनाव में 2100 रुपये समर्थन मूल्य और 300 रुपये बोनस देने का वादा किया था. लेकिन उस वादे का केवल आठ फीसदी ही बोनस के इस ऐलान से पूरा कर रही है.
मोहम्मद अकबर ने बताया कि सरकार ने चुनाव के बाद साल 2013-14 में 300 रुपये की दर से बोनस दिया. इसके बाद साल 2014-15, 2015-16 और 2016-17 में बोनस नहीं दिया. इन सालों में बोनस से किसानों को 5760 करोड़ रुपये मिलते. जबकि सरकार ने किसी भी साल समर्थन मूल्य 2100 रुपये नहीं दिया. सरकार द्वारा की गई घोषणा और दिए गये समर्थन मूल्य का इन सालों में अंतर 18919 करोड़ रुपये बैठता है. यानि इन सालों में किसानों को समर्थन मूल्य और बोनस के रुप में कुल राशि 24679 करोड़ रुपये किसानों को मिलना था. जबकि रमन सिंह ने केवल 2100 करोड़ रुपये दिए जो केवल आठ प्रतिशत यानि 100 रुपये में 8 रुपये मिल रहा है.
मोहम्मद अकबर ने कहा प्रदेश में कुल 38 लाख किसान है जिसमें से 13 लाख किसानों को ही बोनस मिलेगा यानि बोनस 25 लाख गरीब किसानों को नहीं मिलेगा. मोहम्मद अकबर ने आरोप लगाया कि राज्य और केंद्र की बीजेपी सरकार झूठ पर आधारित सरकार है. बीजेपी ने झूठा वादा करके छत्तीसगढ़ की जनता को तीन बार छला है. केंद्र में 15 लाख रुपये नहीं दिए न ही स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू किया. जबकि राज्य सरकार ने बोनस और समर्थन मूल्य का वादा पूरा नहीं किया.
उन्होंने बीजेपी की उस दलील को आड़े हाथ लिया जिसमें कहा जा रहा है कि केंद्र से अनुमति नहीं मिल पाने के कारण राज्य सरकार किसानों से अपना वादा पूरा नहीं कर पाई. उन्होंने पूछा कि क्या रमन सिंह ने अपने घोषणा-पत्र पीएम मोदी या बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से पूछकर बनवाया था. मोहम्मद अकबर ने कहा कि रमन सिंह अपना वादा निभाएं और किसानों का 24679 करोड़ रुपये का भुगतान करें. उन्होंने कहा कि किसी को भी अपना घोषणा पत्र अपनी स्थिति देखकर बनाना चाहिए.
मोहम्मद अकबर के इस बयान पर बीजेपी के प्रवक्ता शिवरतन शर्मा ने इसे किसानों को गुमराह करने वाला फिगर बताया है. उन्होंने उल्टा कांग्रेस सरकार पर ये आरोप लगाया कि कांग्रेस अपने कार्यकाल में किसानों के लिए कुछ नहीं कर पाई. रमन सरकार किसानों के हित में अब कुछ कर रही है तो कांग्रेस किसानों को आंकड़ों के मायाजाल में फंसाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि पिछले साल 15 लाख किसानों ने पंजीयन कराया तो उसमें से साढ़े 13 लाख किसानों को बोनस का लाभ मिलेगा