रायपुर. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि रमन राज के दौरान छत्तीसगढ़िया अस्मिता गायब हो गई थी. राज्योत्सव फिल्मी कलाकारों का मंच बन गया था. राज्य में जबसे कांग्रेस की सरकार बनी उसके बाद राज्योत्सव के पूरे के पूरे मुख्य कार्यक्रम को आदिवासी समाज को समर्पित कर दिया गया. जब भाजपा की सरकार थी तब 15 साल तक राज्योत्सव में हमारी सबसे बड़ी और पुरानी आदिवासी सभ्यता को उपेक्षा किया जा रहा था. अब राज्योत्सव के समय से ही राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव मनाया जाता है. यह कांग्रेस सरकार द्वारा आदिवासी समाज को दिया जा रहा सम्मान है. आदिवासी समाज के आर्थिक, शैक्षणिक उन्नति के लिए कांग्रेस की सरकार पूरी तरीके से प्रतिबद्ध है.

मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा जवाब दे जब उनकी सरकार थी छत्तीसगढ़ में राज्योत्सव के मंच पर छत्तीसगढ़ की संस्कृति और छत्तीसगढ़ के कलाकारों की उपेक्षा क्यो होती थी? 15 साल तक भाजपा को आदिवासी संस्कृति की याद क्यो नहीं आई? तब राज्योत्सव में करीना कपूर को बुलाकर के 1 मिनट का 4 करोड़ का भुगतान करते थे. सलमान खान को बुलाकर 10 करोड़ का भुगतान करते थे. हमारी छत्तीसगढ़ के आदिवासी संस्कृति को भूला कर क्यो बैठे थे? हमारे छत्तीसगढ़ के लोकल कलाकर हैं, उनकी उपेक्षा की जा रही थी. उनके साथ अपने ही राज्य में दोयम दर्जे का व्यवहार होता था, आज हमारी संस्कृति सभ्यता का वैभव विश्व आदिवासी महोत्सव के नाम पर पूरे देश दुनिया में हो रहा है.

मोहन मरकाम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आदिवासी अस्मिता और आदिवासी आरक्षण पर घड़ियाली आंसू बहाना बंद करे. रमन सिंह और भाजपा नेता बताएं हाईकोर्ट से ननकीराम कमेटी और मुख्य सचिव की कमेटी के बारे में क्यो छुपाया था? भाजपा बताए कि उसने किस मंशा से दोनों कमेटियों के बारे में कोर्ट के एफीडेविड में भी उल्लेख क्यों नहीं किया? कांग्रेस सरकार आदिवासी समाज को 32 फीसदी आरक्षण देने के लिए पूरी तरीके से प्रतिबद्ध है. बिलासपुर उच्च न्यायलय के फैसले के खिलाफ कांग्रेस सराकर सुप्रीम कोर्ट भी गई है. जरुरत पड़ने पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जाएगा. आदिवासी समाज को उनका पूरा हक दिया जाएगा.

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