◆बच्चे और पति को बचाने के लिये बच्चे की माँ घण्टो लड़ी डूमाम नदी की लहरों से..

 

रिपोर्ट- पंकज सिंह भदौरिया, दंतेवाड़ा।  पिता कंधे पर रख अपने पुत्र और पत्नी के साथ नदी पार कर रहा था। तभी पिता का पैर बीच उफनती  नदी में फिसल गया और दोनों नदी की तेज प्रवाह में बह गये जिससे ०३ वर्षीय मासूम अमिल बेंजाम भी पानी मे बह गया। कलेजे के टुकड़े को पानी में बहता देख माँ ने भी नदी पर छलांग लगा दी। पर किस्मत के आगे मासूम बच्चे अमिल का शव तेज धार से जब तक बाहर निकाल पाई तब तक बच्चे की मौत हो गयी । दंतेवाड़ा जिले के विकासखंड कटेकल्याण के मेटापाल गांव में निवासरत बेंजामिन परिवार के मासों बेंजामिन अपने 03 वर्षीय नौनिहाल अमिल और पत्नी के साथ दाबपाल अपने रिश्तेदारों के घर किसी कार्यक्रम में शिरकत करने गए हुए थे। वापसी के दौरान रास्ते मे पहाड़ी नाला से होकर रास्ते मे डूमाम नदी पड़ती है। जिस पर नदी पार करते वक्त हुआ ये हादसा बताया जा रहा है।
12 घण्टे बाद पति का शव नदीपारा मेंडोली में मिली
 बच्चे और पति को डूबता देख मासूम अमिल  की माँ ने  डूमाम की उफनती लहरो से घण्टो संघर्ष दोनो को बचाने के लिए किया पर पति का शव नही मिला । पूरी रात पति के शव की तलाशी अभियान ग्रामीणों ने चलाया जो कि सुबह दूर गांव में बहता शव मेंडोली के नदीपारा गांव में दिखाई दिया। जिसके बाद  दोनो शव को कटेकल्याण थाने ले जाया गया। कटेकल्याण थानेदार विजय पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि मर्ग कायम कर शव पोस्टमॉडम कर  दोनो शव को परिजनों को अंतिम विदाई कफ़न-दफन के लिए सौप दिया गया। इधर घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीण उन्हें ढांढस बंधा रहे है। पूरे ग्राम में शोक की लहर व्याप्त हो गयी है।आदिवासी बहुल दंतेवाड़ा जिले में आज भी कई ऐसे इलाक़े है। जहाँ पुल-पुलिया नही है। और जिंदगियां ऐसे ही दाव में रखकर लोग पार करते है।