मोसीम तड़वी, बुरहानपुर। बुरहानपुर के बहुचर्चित जिला अस्पताल की राशि गबन और धोखाधड़ी मामले में पुलिस लगातार आरोपियों पर शिकंजा कसती जा रही है। मामले में दो सोशल मीडिया चैनल के पत्रकारों के बाद जिला अस्पताल के मुख्य लिपिक की गिरफ्तारी लगभग 6 लाख रूपए नकदी के साथ की गई है। पुलिस आरोपियों के बयान पर सरकारी राशि का गबन कर जहां-जहां निवेश किया गया उन चल-अचल संपत्तियों की भी जब्त कर रही है।

दरअसल, बुरहानपुर जिला अस्पताल में आरएमओ रहे डॉ प्रतिक नवलखे ने कोरोना काल में लोगों के इलाज के लिए आए करीब 8 करोड़ 45 लाख रूपए का गबन किया है। साथ ही राशि को ठिकाने लगाने के लिए आरोपी डॉ नवलखे ने सोशल मीडिया चैनल के दो पत्रकार संजय दुबे और राजेश निंबोरकर को 15 प्रतिशत कमिशन का लालच देकर दो फर्जी फर्मे बनाई और सरकारी खजाने में आई राशि को इन फर्जी फर्मों के खाते में डालता रहा। जिसमें से आरोपी संजय दुबे के खाते में 38 लाख, जबकि राजेश निंबोरे के खाते में 99 लाख रूपए डाले थे।

राजेश निंबोरे द्वारा इस राशि का उपयोग बकरी पालन फार्म और शराब ठेकेदारी फर्म में 19 लाख 50 हजार देने की बात कबूली थी। पुलिस ने बकरी पालन फार्म से 95 बकरियां, एक कार, आबकारी विभाग में जमा 19 लाख 50 हजार की बैंक एफडी जप्त कर ली है। उसके बाद सोमवार को जिला अस्पताल के मुख्य लिपिक अशोक पठारे को 5 लाख 93 नकदी के साथ गिरफ्तार कर लिया है।

एसपी राहुल कुमार ने कहा कि मामले में जो भी आरोपी गिरफ्तार होगा, उनके चल-अचल संपत्ति से राशि वसूली जाएंगी।

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