इंदौर. कचरा देश के लिए ही नहीं ब​ल्कि विदेश के लिए भी एक बड़ी समस्या है. जिसकी चिंता उनके जनप्रतिनिधियों के चेहरे पर साफ देखी जा सकती है. इसी समस्या के से निपटने के लिए देश सहित विदेश के महापौर एक मंच पर जमा होकर मंथन कर रहे है.

कचरे को पूरी तरह से उपयोग में लाने और मिशन शून्य बनाया गया है. इसी मिशन पर चर्चा के लिए इंदौर में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें लगभग 40 देशों के प्रतिनिधियों के अलावा 100 से अधिक महापौर शामिल हुए है, जो स्वच्छता और कचरे के निपटान पर विचार विमर्श कर रहे है.

इस कार्यशाल में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के महापौर प्रमोद दुबे, डायरेक्ट निरंजन दास, अपर आयुक्त आशीष टिकरिहा सहित डायरेक्टरेट के अनेक अधिकारी शामिल होने पहुंचे है. इस कार्यशाल में रायपुर के कचरा महोत्सव की भी गूंज रही.

तीन दिवसीय इस कार्यशाला में कचरे को कम से कम करने और अधिकतम उपयोग को लेकर विचार-विमर्श योजना बनाई जाएगी. पहले चरण में गैस बनाने, दूसरे चरण में री-यूज और तीसरे चरण में इसे समाप्त करने पर विचार होगा.