रमेश बत्रा, तिल्दा.  भारी बारिश के बाद नेपाल के रास्ते कैलाश मानसरोवार जा रहे 1500 श्रद्धालु  फंसे हुए हैं. जिसमें राजधानी से सटे तिल्दा के भी 16 श्रद्धालु भी नेपाल-चीन-तिब्बत बॉर्डर के हिलसा में फंसे हुए हैं. बताया जा रहा है कि मौसम इतना खराब हो चुका है कि यहां से लोगों को  निकलने काफी मशक्कत करना पड़ रहा है.

जानकारी मिली है कि  24 जून को सदविप्र समाज सेवा संस्था द्वारा पूरे देश से श्रद्धालु  मानसरोवर की यात्रा में निकले हुए हैं. प्राप्त जानकारी के मुताबिक हिलसा में फंसे यात्रियों के परिजनों के अनुसार श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की सहायता नहीं मिल पा रही है और यात्री पिछले 5 दिनों से ही इस इलाके में फंसे हुए हैं. जिसके कारण उनके पास से खाना,पैसे दवाईयां समाप्त हो गई और उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि भारत सरकार पूरे मामले में नजर बनाए हुए हैं.

रेस्कयू ऑपरेशन जारी

ज्ञात हो कि यात्रा में गए तकरीबन डेढ़ हजार तीर्थयात्री अलग-अलग इलाकों में फंसे हुए हैं. बताया जा रहा है कि सिमिकोट में फंसे 525 श्रद्धालुओं को बचाने के लिए दो कमर्शल फ्लाइट वहां लैंड हुई है. वहीं हिलसा में फंसे सैकड़ों श्रद्धालुओं को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. यहां आंध्र प्रदेश के एक श्रद्धालु की मौत भी हो गई है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी श्रद्धालुओं के लिए चलाए जा रहे अभियान पर पैनी नजर बनाए हुए हैं.

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट करते हुए कहा है कि फंसे हुए श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालने के लिए नेपाल सरकार से सेना के हेलिकॉप्टरों का मदद लेने की गुजारिश की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, श्रद्धालुओं के लिए चलाए जा रहे बचाव कार्य को लेकर विदेश मंत्रालयऔर अन्य शीर्ष अधिकारियों के संपर्क में हैं.

प्राप्त जानकारी के मुताबिक बारिश और खराब मौसम की चपेट में आए 104 कैलास मानसरोवर तीर्थयात्रियों को सिमीकोट से हिलसा लाया गया है. श्रद्धालुओं को बचाने के लिए नेपालगंज से सिमिकोट के लिए 7 फ्लाइट संचालित की जा रही हैं. इस बीच आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी जिले के श्रद्धालु जी सुब्बाराव की नेपाल के हिलसा में मौत हो गई. उनके शव को नेपालगंज लाया गया है. यहां पोस्टमॉर्टम के बाद उनके पार्थिव शरीर को गृहनगर में भेजा जाएगा.

भारी बारिश के बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा के रास्ते में 1500 से ज्यादा श्रद्धालु फंस गए थे. नेपाल में भारतीय दूतावास के आंकड़ों के अनुसार, 525 तीर्थयात्री सिमिकोट, 550 तीर्थयात्री हिलसा और तिब्बत की तरफ करीब 500 श्रद्धालु फंसे हुए हैं.

भारतीय दूतावास ने यात्रियों और उनके परिजनों के लिए अलग-अलग भाषाओं में हॉटलाइन नंबर भी जारी किए हैं. जो इस प्रकार हैं.  इन नंबरों पर करें संपर्क

प्रणव गणेश, फर्स्ट सेक्रटरी +977-9851107006 
ताशी खांपा +977-98511550077 
तरुण रहेजा +977 9851107021 
राजेश झा +977 9818832398 
योगानंद +977 9823672371 (कन्नड़) 
पिंडी नरेश +977 9808082292 (तेलुगु) 
आर गुरुगन +977 98085006 (तमिल) 
रंजीत +977 9808500644 (मलयालम)