मनोज उपाध्याय, मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना (Morena) में बीजेपी के पूर्व विधायक ने भ्रष्टाचार (Corruption) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गजराज सिंह सिकरवार पीएचई कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे है। उन्होंने अधिकारियों और ठेकेदारों पर नल जल योजना (Nal Jal Yojna) में भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाया है। इसके साथ ही गजराज सिकरवार ने कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए नेताओं पर भी करप्शन का आरोप लगाया है।

दरअसल, गजराज सिंह मंगलवार को अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ PHE कार्यालय पहुंचे और बाहर ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान समर्थकों ने कार्यपालन यंत्री मुर्दाबाद के नारे लगाए, पीएचई विभाग में भ्रष्टाचार बंद करने के भी नारे लगाये गए। पूर्व विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा कि 2020 से लेकर अब तक मुरैना जिले के पीएचई विभाग में अरबों रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है। जिसके बाद पीएचई के अधिकारी ऑफिस को छोड़कर मौके से गायब हो गए।

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गजराज सिकरवार ने कहा कि नल जल योजना के तहत समूचे मध्यप्रदेश में जनकल्याणकारी योजना प्रधानमंत्री के नाम से चल रही है। पीएम मोदी भी कहते है एक भी मोहल्ला बिना पानी लिये बचे नहीं, लेकिन हम पिछले पांच सालों से देख रहे है कि ये कार्यपालन यंत्री का जो ऑफिस है, वो भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। जब 2020 में कांग्रेस की सरकार बनी, तो यहां के एक नेता आए उनको पीएचई का मंत्री बना दिया और पीएचई का मंत्री जैसे ही बने, जैसे ही दो तीन ट्रैक्टर लेकर उनके एक पुरानी साथी है, जो आपराधिक कार्यों में जिनका सहयोग वर्षों से करते आए, दोनों का नाम लू, एक ही का लेते है। वो गए ट्रैक्टर लेकर पीएचई में जितने पाइप, नट बोल्ट थे, सब सामान लेकर चले आए।

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उन्होंने आगे कहा कि छोटे बच्चे स्कूल में पानी पीने गए, तो टंकी भरभरा कर गिर गई, वो बच्चे मर गए। ऐसी ही एक घटना रामपुरी में हुई। वहां भी स्कूल के बच्चे पानी पीने टंकी के पास गए, वहां भी दीवार उनके ऊपर गिर गई, आखिर इसकी देखभाल कौन करेगा। यहां कलेक्टर है, यहां कमिश्नर है, यहां पुलिस है, लेकिन किसी को इस बात की चिंता नहीं है कि बच्चे मर गए। अनुसूचित जाति का तो एक ही बच्चा था जो स्कूल पढ़ने जाता था, वो बेचारा मर गया। इसके अलावा पूर्व विधायक ने पीएचई विभाग में भ्रष्टाचार की जांच बड़े स्तर पर करवाने की मांग की है।

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