मुंबई. सोनी सब का लोकप्रिय धारावाहिक ‘वीर हनुमान’ दर्शकों के दिलों पर राज कर रहा है. यह शो बालक मारुति की एक जिज्ञासु बच्चे से दिव्य योद्धा हनुमान बनने की यात्रा को पौराणिकता, एक्शन और भावनाओं के खूबसूरत मिश्रण के साथ पेश कर रहा है. आन तिवारी (बाल मारुति), आरव चौधरी (केसरी), सायली सालुंखे (अंजनी), और माहिर पांधी (बालि और सुग्रीव) अपनी शानदार अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर रहे हैं. हाल के एपिसोड्स में मारुति ने करुणा और विवेक का परिचय देते हुए हिंसा को ठुकराकर अपने पिता केसरी से कर्तव्य के बजाय सहानुभूति चुनने की अपील की, जिसने बाली की सिद्धियों को बाधित करने की योजना को नाकाम कर दिया.

आगामी एपिसोड्स में कहानी और रोमांचक मोड़ लेगी. बाली, कालदंत को मारुति को अगवा कर पाताल लोक ले जाने का आदेश देता है. कालदंत एक रहस्यमयी ग्रंथ के रूप में छिपकर मारुति को धोखे से तलातल लोक में फंसा देता है. वहां मारुति अपनी अणिमा सिद्धि का उपयोग कर खुद को छोटा बनाकर कालदंत को परास्त करता है, लेकिन इस जीत की भारी कीमत चुकानी पड़ती है- वह अपने मूल रूप में वापस नहीं लौट पाता. बदले की आग में जलता कालदंत, पातालकाली से शक्तियां प्राप्त कर मारुति को शाप देता है कि वह तभी अपने असली रूप में लौट सकेगा, जब उनकी मां अंजनी अपने प्राणों की आहुति देंगी.
अब सवाल यह है कि क्या अंजनी अपने बेटे के लिए सर्वोच्च बलिदान देंगी, या मारुति अपनी मां की जान बचाने के लिए हमेशा बाल रूप में रहना स्वीकार करेंगे? अंजनी की भूमिका निभाने वाली सायली सालुंखे ने कहा, “हर किरदार मुझे कुछ नया सिखाता है, और अंजनी का किरदार मेरे लिए बहुत खास है. एक मां का प्रेम और त्याग बेहद मार्मिक है. जब मैंने वह दृश्य निभाया, जिसमें अंजनी को पता चलता है कि मारुति तभी अपने रूप में लौट सकता है, जब वह अपनी जान दे दे, वह पल मेरे लिए बहुत भावुक था. मुझे अपनी मां की याद आई, जिन्होंने हर मुश्किल में मेरा साथ दिया. यह निजी अनुभव उस दृश्य को और जीवंत बना गया. मैं चाहती हूं कि अंजनी और मारुति का यह पवित्र रिश्ता दर्शकों के दिल तक पहुंचे.”