शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस में मची अंतर्कलह आई सामने आने लगी है। यही कारण है कि बुधवार को दो जिला अध्यक्षों ने इस्तीफा दे दिया है। अलीराजपुर के जिला अध्यक्ष केशर सिंह डावर और विदिशा के कमल सिलाकारी ने अपना इस्तीफा पीसीसी चीफ को भेजा है।

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सूत्रों का कहना है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के दबाव के बाद जिला अध्यक्ष केशर सिंह डावर ने इस्तीफा है। दरअसल, 2 दिन पहले नारी सम्मान योजना के कार्यक्रम में केदार सिंह डाबर ने महेश पटेल को टिकट देने की बात कही थी। इसके 4 दिन पहले भी केदार सिंह डाबर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महेश पटेल को टिकट देने की वकालत की थी। कहा जा रहा है कि महेश पटेल के लिए टिकट की वकालत करने से कांतिलाल भूरिया नाराज हैं।

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बता दें कि एक ही पार्टी के होने के बाद भी महेश पटेल और कांतिलाल भूरिया की राजनीतिक पटरी नहीं बैठती है। दोनों गुटों के बीच कई बार विवाद हो चुका है।

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विदिशा कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने भी दिया इस्तीफा

इधर, विदिशा के जिला अध्यक्ष कमल सिलाकारी ने भी इस्तीफा दे दिया है। कमलनाथ को भेजे इस्तीफे में उन्होंने लिखा है कि जिले के पदाधिकारी और कार्यकर्ता सहयोग नहीं कर रहे हैं। मैं अलग विचारधारा से पार्टी में समर्पित रूप काम कर रहा हूं। पार्टी द्वारा दिए निर्देशों का पालन करने का प्रयास कर रहा हूं, लेकिन सहयोग न मिलने की वजह से मैं अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं।

कमल सिलाकारी ने यह भी बताया कि मैं पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता हूं। पार्टी की रीति नीति और कार्य को एक कार्यकर्ता के रूप में नियमित रूप से करता रहूंगा। पार्टी में कुछ लोग सहयोग की भावना नहीं रखते हैं। जिससे नुकसान पार्टी को ही हो रहा है।

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