शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में स्वास्थ विभाग की गंभीर और बड़ी लापरवाही आई सामने है। स्वास्थ्य कर्मचारियों ने डिलीवरी के बाद महिला के प्राइवेट पार्ट में कॉटन छोड़ दिया, जिससे प्रसूता की जान खतरे में आ गई। मामले में परिजनों ने लिखित में शिकायत दर्ज कराई है।

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जानकारी के अनुसार भोपाल के कोलार सीएचसी का मामला है। प्रसूता की जनरल वार्ड में डिलीवरी कराई गई, जिसके कारण प्रसूता की जान पर बन आई। परिजनों का गंभीर आरोप है पुरुषों के सामने ही डिलीवरी कराई गई है। प्रसूता के पति देवेंद्र राजपूत ने बताया कि पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर 17 मई को भर्ती कराया गया था। 17 मई को डिलीवरी हुई और 19 मई को अस्पता से डिस्चार्ज कर दिया। दूसरे दिन पेट फूलने की शिकायत हुई तो अस्पताल में दिखाया, तो डॉक्टरों ने कहा कि सामान्य डिलीवरी में ऐसी शिकायत आती है। दूसरे दिन पेशाब बंद होने पर निजी अस्पताल में दिखाया तो वहां पता चला कि डिलीवरी के बाद उसके पेट में कॉटन छोड़ दिया है। निजी अस्पताल में ऑपरेशन से कॉटन निकालने के बाद राहत मिली है। उन्होंने अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ पर कार्रवाई की मांग की है।

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