न्यामुद्दीन अली, अनूपपुर। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में वन विभाग ने मां नर्मदा की पुरानी मूर्ति खंडित कर दी है। ऐसे में अब साधु-संतों ने नाराजगी है। उन्होंने मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है और मूर्ति तोड़ने वाले अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। साधु-संतों ने सात दिनों के अंदर कार्रवाई नहीं करने पर उग्र आंदोलन की भी चेतावनी दी है। वहीं इस मामले में कलेक्टर ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

दरअसल, यह पूरा मामला अमरकंटक का है। जहां हिंदू धार्मिक स्थल रुद्र गंगा स्थित मंदिर और मंदिर में स्थापित प्राचीन मां नर्मदा की काले पत्थर मूर्ति, समाधि मंदिर, आश्रम आदि सभी को रात्रि गश्त के दौरान वन विभाग के अधिकारियों ‌ने ध्वस्त कर दिया है। जिससे क्षेत्र के सभी साधु-संत और आम लोगों की धार्मिक भावना आहत हुई है।

वीरेंद्र कुमार पटेल (आईएफएस) रेंजर अमरकंटक के हिंदू विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने से साधु संतों और क्षेत्र के सनातन धर्म को मानने वाले लोग काफी आक्रोशित हैं। मंदिर को ध्वस्त करने के साथ-साथ मंदिर में प्राण प्रतिष्ठित मां नर्मदा के प्राचीन काले पत्थर की मूर्ति को खंडित करने और उनके सोने-चांदी के आभूषण, दान पेटी, मंदिर में लगे सोलर पैनल बैटरी आदि सामग्री को भी अधिकारी अपने साथ ले गए हैं।

इस मामले में कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने बताया कि साधु-संतों के अनुसार जंगल में कुटिया बनाई थी, जिसे वन विभाग ने सुबह के 4 बजे गिराया हैं। जिस पर एसडीएम पुष्पराजगढ़ के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई हैं, जिसमे एसडीओपी और मुख्य नगरपालिका अधिकारी अमरकंटक को शामिल किया गया हैं। इसके साथ ही वनअधिकारियों को पत्र लिखकर जांच टीम बनाने का अग्रह किया गया हैं कि वन विभाग की एक जांच टीम बना कर शिकायत की वास्तविक की जांच कराई जा सकें।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
Read More:- https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H