अमित मंकोडी, आष्टा (सीहोर)। एमपी में सत्ता के नशे में चूर बीजेपी नेताओं की तानाशाही लगातार देखने को मिल रही है। जनता जिन नेताओं को सत्ता की गद्दी पर बैठाती हैं, उन्हीं जनता को अपने पद का दुरुपयोग करते हुए परेशान करते हैं। सीहोर जिले के आष्टा विधानसभा के ग्रामीण मंडल अध्यक्ष इतने बेलगाम हो गए है कि सांसद, विधायक की धौंस देकर ग्रामीणों के खेतों की सिंचाई का एक मात्र साधन तालाब की पाल को अपने स्वार्थों की पूर्ति करते हुए तोड़ दिया। ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला कलेक्टर तक को अवगत कराया, लेकिन सत्ताधारी दल के नेता के रौब के आगे प्रशासन ग्रामीणों की मदद नहीं कर पा रहा है।
ग्रामीणों ने लगाए मुर्दाबाद के नारे
इधर, आष्टा जनपद पंचायत कार्यालय आए ग्राम पंचायत लोरास खुर्द अंतर्गत ग्राम गोदी के ग्रामीणों ने बीजेपी मंडल अध्यक्ष और ग्राम के सरपंच भगवान सिंह मेवाड़ा के खिलाफ लामबंद होकर जमकर नारेबाजी करते हुए गंभीर आरोप लगाया। बीजेपी मंडल अध्यक्ष ने तानाशाही करते हुए गांव के वर्षों पुराने 70 एकड़ में फैले तालाब की पाल को तोड़ दिया। जिससे वर्षों से अपनी कृषि भूमि में सिंचाई कर अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले किसानों के लिए बड़ी परेशानी खड़ी हो गई है।
दूसरी ओर मंडल अध्यक्ष सांसद, विधायक की धौंस देकर ग्रामीणों को झूठे केस में फसाने की धमकी देते हुए कहता है कि तुम मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते। लिहाजा अब ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन से लेकर सीहोर कलेक्टर को भी मामले से अवगत कराया, लेकिन सत्ताधारी दल के आगे प्रशासन भी असहाय नजर आ रहा है। ग्रामीणों ने मंडल अध्यक्ष पर ठोस कार्रवाई करने और अपनी समस्या को हल करने की मांग की है। वरना मुख्यमंत्री से शिकायत करने या आंदोलन करने की बात कही है।
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