भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Election) को लेकर बीजेपी (BJP) ने अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है. भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए अपनी हारी हुई 39 सीटों पर नामों का ऐलान किया है. 39 सीटों में 8 SC, 13 ST, OBC 13 और सामान्य के 5 उम्मीदवार शामिल है. जबकि एमपी में 35 SC और 47 SC सीटें हैं. इस तरह कांग्रेस से पहले बीजेपी ने टिकट को लेकर दांव खेला है. पहली सूची में नेताओं के बेटे और बहू को भी टिकट मिला है.

अभी जारी किए गए विधानसभा सीटों में 38 पर कांग्रेस और एक सीट पर बसपा है. जहां बीजेपी फतह करना चाहती है. बीजेपी की पहली सूची में 2018 में चुनाव हारे 14 चेहरों को फिर से मौका दिया है. इनमें चार पूर्व मंत्री ललिता यादव, लाल सिंह आर्य, ओम प्रकाश धुर्वे और नाना भाऊ मोहोड़ भी शामिल है. भोपाल में कांग्रेस के दो कद्दावर नेताओं के सामने भोपाल मध्य से ध्रुवनारायण सिंह और भोपाल उत्तर से पूर्व महापौर आलोक शर्मा को टिकट दिया गया है.

एमपी विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी के 39 सीटों पर टिकट वितरण में पहली सूची में 4 महिला उम्मीदवार को जगह मिली है. SC के उम्मीदवार 8 और ST उम्मीदवार 13 है. इसके अलावा OBC उम्मीदवार 13 और सामान्य 5 उम्मीदवार को टिकट दिया है.

बीजेपी प्रत्याशियों की डिटेल

सबलगढ़- सरला विजेंद्र रावत

मुरैना जिले की सबलगढ़ विधानसभा से सरला रावत को भारतीय जनता पार्टी से टिकट मिला है. पूर्व विधायक मेहरबान सिंह रावत की पुत्रवधू हैं. यहां अभी बैजनाथ कुशवाह कांग्रेस से विधायक हैं.

सुमावली- एंदल सिंह कंषाना

मुरैना जिले की सुमावती विधानसभा में एंदल सिंह कंसाना को भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है. एंदल सिंह पूर्व मंत्री रहे हैं. इस सीट में कांग्रेस से नीटू सिकरवार विधायक हैं.

गोहद (SC)- लाल सिंह आर्य

भिंड जिले की गोहद विधानसभा सीट पर सिंधिया समर्थक रणवीर जाटव का टिकट कट गया है. गोहद से बीजेपी ने लाल सिंह आर्य को प्रत्याशी बनाया है. लाल सिंह लगातार छठवीं बार BJP के प्रत्याशी बने हैं. लाल सिंह BJP अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष है. 2018 में बीजेपी के लाल सिंह को कांग्रेस के रणवीर जाटव ने हराया था. 2020 में रणवीर ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर BJP के टिकट पर चुनाव लड़ा था. उपचुनाव में BJP के रणवीर को कांग्रेस के मेवाराम जाटव ने हराया था. 1998, 2003, 2008, 2013, 2018, 2023 में लाल सिंह प्रत्याशी बने. 1998, 2003 और 2013 में लाल सिंह ने जीत दर्ज की थी.

पिछोर- प्रीतम लोधी

पिछोर विधानसभा में BJP ने तीसरी बार प्रीतम लोधी को टिकट दिया है. पूर्व सीएम उमा भारती के समधी प्रीतम लोधी है. पिछले चुनाव में केपी सिंह से महज़ 2675 वोट से हारे थे. लोधी वोटर की बहुलता वाली सीट पिछोर है. 30 साल से कांग्रेस के केपी सिंह विधायक हैं. पिछोर सीट में 1993 से BJP हार रही है.

चाचौड़ा- प्रियंका मीणा

गुना जिले की चाचौड़ा विधानसभा सीट से पार्टी ने दिल्ली में पदस्थ भारतीय राजस्व सेवा (IPS) के अफसर की पत्नी प्रियंका मीणा को टिकट दिया है. प्रियंका मीणा ने 27 फरवरी 2023 को बीजेपी का दामन थामा था. यहां से लक्ष्मण सिंह कांग्रेस के विधायक हैं.

चंदेरी- जगन्नाथ सिंह रघुवंशी

अशोकनगर जिले की चंदेरी विधानसभा से बीजेपी ने जगन्नाथ सिंह रघुवंशी को उम्मीदवार बनाया है. जगन्नाथ सिंह रघुवंशी अशोकनगर विधानसभा से पूर्व विधायक रह चुके हैं. 2003 से 2008 तक उन्होंने विधायक का कार्यकाल पूर्ण किया. जिसके बाद 15 साल तक उन्होंने पार्टी के लिए काम किया. इस बीच पार्टी से नाराज होकर कांग्रेस में भी शामिल भी हो गए थे, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के साथ ही रघुवंशी भी भाजपा में शामिल हो गए. वही 1 साल पहले हुए जिला पंचायत चुनाव में जगन्नाथ सिंह रघुवंशी को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया गया. वह वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर आसीन हैं.

जगन्नाथ सिंह रघुवंशी

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बंडा- वीरेंद्र सिंह लंबरदार

सागर जिले के बंडा विधानसभा सीट से भाजपा के घोषित प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह लंबरदार लोधी समाज से हैं और शासकीय शिक्षक हैं. वो सुबह स्कूल जाते हैं और उसके बाद दोपहर में रोज दो-तीन गांव जाकर संपर्क करते हैं. यह संपर्क लगभग 2 साल से वह कर रहे हैं. पूर्व सांसद शिवराज सिंह लोधी के सुपुत्र हैं.

महराजपुर- कामाख्या प्रताप सिंह

पूर्व मंत्री मानवेंद्र सिंह भंवर राजा के बेटे कामाख्या प्रताप सिंह टीका राजा है. मानवेंद्र सिंह दिग्विजय शासन काल में मंत्री रहे और 2 बार विधायक कांग्रेस से बने है. इसके बाद 2008 में कांग्रेस ने टिकट काटा, तो मानवेंद्र सिंह निर्दलीय चुनाव लड़े और जीते भी. उसके बाद 2013 में बीजेपी में शामिल हुए और 2013 में बीजेपी से चुनाव लड़े और फिर जीते. इसके बाद 2018 में फिर बीजेपी ने मानवेंद्र सिंह को मैदान में उतारा. इस बार मानवेंद्र सिंह को हार का सामना करना पड़ा. उम्र ज्यादा होने के कारण इस बार उन्होंने अपने बेटे के लिए टिकट मांगा है.

कामाख्या प्रताप सिंह

छतरपुर- ललिता यादव

ललिता यादव पहली बार छतरपुर विधानसभा से 2008 में बीजेपी से चुनाव लड़ी और जीत हासिल की. इसके बाद 2013 में वह फिर से छतरपुर विधानसभा से लड़ी और जीती. इस बार उनको मंत्री मंडल में भी सामिल किया गया. 2018 में ललिता यादव को छतरपुर जिले की बड़ामलहेरा सीट से बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया और छतरपुर से अर्चना सिंह को. इस चुनाव में दोनों सीट बीजेपी को गवानी पड़ी. अब 2023 में फिर बीजेपी ने ललिता यादव को छतरपुर से टिकट दिया. ललिता यादव 2008 के पहले छतरपुर नगर पालिका की अध्यक्ष भी रही है.

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पथरिया- लखन पटेल

दमोह जिले के पथरिया विधानसभा सीट से लखन पटेल को बीजेपी ने अपना प्रत्याशी बनाया है.

गुन्नौर (SC)- राजेश कुमार वर्मा

पन्ना जिले की गुनौर विधानसभा से भाजपा ने राजेश वर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है. राजेश वर्मा के पिता स्वर्गवासी गणेशीलाल वर्मा भी पन्ना जिले की सुरक्षित सीट गुन्नौर से विधायक रहे थे. राजेश वर्मा को भाजपा ने 2008 में टिकट दिया और वह विधायक बने. 2013 में राजेश वर्मा का टिकट काट दिया गया था. इनकी जगह महेन्द बागरी को भाजपा ने टिकट दिया और वह विजयी रहे. 2018 में एक बार फिर राजेश वर्मा पर भाजपा ने विश्वास जताया, लेकिन वह कांग्रेस प्रत्यासी से चुनाव हार गए. राजेश वर्मा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के अभी करीबी माने जाते है.

राजेश कुमार वर्मा

चित्रकूट- सुरेंद्र सिंह गहरवार

सतना जिले की चित्रकूट विधानसभा में बीजेपी ने सुरेंद्र सिंह गहरवार को उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस से यहां नीलांशु चतुर्वेदी विधायक हैं.

सुरेंद्र सिंह गहरवार

पुष्पराजगढ़ (ST)- हीरा सिंह श्याम

अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ विधानसभा सीट से युवा चेहरा हीरा सिंह श्याम को उम्मीदवार घोषित किया है. वर्तमान में जिला महामंत्री पद पर हीरा सिंह पदस्थ हैं. बीजेपी आलाकमान ने नए चेहरे पर भरोसा जताया है. अभी यहां कांग्रेस से फुन्देलाल मार्को विधायक हैं.

बड़वारा (ST) – धीरेंद्र सिंह

कटनी जिले की बड़वारा विधानसभा में भाजपा ने धीरेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाया है.

बरगी- नीरज ठाकुर – संजय यादव

जबलपुर जिले की बरगी विधानसभा सीट से नीरज ठाकुर का टिकट कंफर्म किया गया है. पूर्व भाजपा विधायक प्रतिभा ठाकुर के बेटे है. प्रतिभा ठाकुर बरगी से भाजपा से दो बार विधायक रह चुकी हैं.

जबलपुर पूर्व (SC)- अंचल सोनकर, लखन घनघोरिया

जबलपुर जिले की जबलपुर पूर्व विधानसभा से पूर्व विधायक अंचल सोनकर को टिकट मिला है. अंचल सोनकर पूर्व विधानसभा से 3 बार विधायक रह चुके हैं. वहीं कुल 4 बार विधायक बन चुके हैं.

शाहपुरा – ओमप्रकाश धुर्वे

डिंडोरी जिले के शहपुरा क्षेत्र से पूर्व कैबिनेट मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता ओमप्रकाश धुर्वे को भाजपा ने उम्मीदवार घोषित किया है. शहपुरा क्षेत्र में 2018 के चुनाव में भाजपा की ओर से ओमप्रकाश धुर्वे वर्तमान कांग्रेस विधायक भूपेंद्र मरावी से बड़े अंतर से चुनाव हार गए थे.

ओमप्रकाश धुर्वे

बिछिया – डॉ. विजय आनंद मरावी

मंडला जिले के बिछिया विधानसभा सीट में बीजेपी ने डॉ. विजय आनंद मरावी को उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस से नारायण पट्टा विधायक हैं.

डॉ. विजय आनंद मरावी

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बैहर (ST) – भगत सिंह नेताम

बालाघाट जिले के बैहर से पूर्व विधायक भगत सिंह नेताम को टिकट मिली है. भगत सिंध नेताम बैहर से 2008 में भाजपा से विधायक रह चुके हैं. दो बार विधानसभा का चुनाव हार चुके हैं.

लांजी – राजकुमार कर्राये

बालाघाट जिले के लांजी विधानसभा सीट से बीजेपी ने राजकुमार कर्राये को टिकट दिया है. राजकुमार कर्राये को पहली बार टिकट मिली है. पहले आम आदमी पार्टी से टिकट मिलने की चर्चा चल रही थी. लांजी से वर्तमान में कांग्रेस से हीना कांवरे विधायक है.

बरघाट (ST) – कमल मर्सकोले

सिवनी जिले के बरघाट विधानसभा सीट के लिए बीजेपी ने कमल मर्सकोले को टिकट दिया है. 2008 और 2013 के चुनाव में कमल मर्सकोले विधानसभा सीट पर बीजेपी से विधायक चुने जा चुके हैं. 2018 में कमल का टिकट पार्टी ने काट दिया था.

गोटेगांव (SC) – प्रत्याशी महेंद्र नागेश

नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव विधानसभा से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष महेंद्र नागेश को बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया है. यह एससी कोटा के लिए आरक्षित सीट है. पहलाद पटेल के खेमे से आते हैं. केंद्रीय राज्य मंत्री पहलाद पटेल के करीबी माने जाते हैं.

सौंसर – नानाभाऊ मोहोड

छिंदवाड़ा जिले के सौंसर विधानसभा से नाना भाऊ मोहोड़ को टिकट मिला है.

नाना भाऊ मोहोड़

पांढुर्णा (ST) – प्रकाश उइके

छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा विधानसभा से प्रकाश उइके (पूर्व न्यायाधीश) को टिकट मिला है. प्रकाश उइके पांढुर्णा न्यायालय में जज (न्यायाधीश) के पद पर थे, जो पिछले माह इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए थे.

मुलताई – चंद्रशेखर देशमुख

बैतूल जिले की मुलताई विधानसभा में चंद्रशेखर देशमुख को उम्मीदवार बनाया गया है. देशमुख दो बार विधायक भी रह चुके है. यहां कांग्रेस विधायक सुखदेव पांसे हैं.

चंद्रशेखर देशमुख

भैंसदेही (ST) – महेंद्र सिंह चौहान

बैतूल जिले की भैंदेही विधानसभा में पूर्व विधायक महेंद्र सिंह चौहान को प्रत्याशी बनाया गया है. 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के विधायक धरमु सिंग सिरसाम ने 31000 वोटो से महेंद्र सिंह चौहान को चुनाव हराया था. उन्हें पार्टी ने पांचवी बार उम्मीदवार घोषित किया है. इस आदिवासी सीट से महेंद्र सिंह पहले भी 2003 और 2013 में दो बार विधायक चुने जा चुके है.

महेंद्र सिंह चौहान

भोपाल उत्तर – आलोक शर्मा

भोपाल उत्तर से बीजेपी ने आलोक शर्मा को प्रत्याशी बनाया है. भोपाल के पूर्व महापौर, बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष, सीएम शिवराज सिंह चैहान के बेहद करीबियों में गिनती होती है. यहां से कांग्रेस वरिष्ठ नेता आरिफ अकील विधायक हैं.

भोपाल मध्य – ध्रुव नारायण सिंह

भोपाल मध्य विधानसभा से बीजेपी ने ध्रुवनारायण सिंह को उम्मीदवार बनाया है. 2008 में मध्य विधानसभा से विधायक चुने गए थे. पर्यटन विकास निगम और भोपाल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रहे है. पूर्व मुख्यमंत्री गोविंद नारायण सिंह के बेटे हैं. अभी भोपाल मध्य में आरिफ मसूद विधायक हैं.

सोनकच्छ (SC) – राजेश सोनकर

सावेर से पूर्व विधायक राजेश सोनकर को देवास जिले के सोनकच्छ विधानसभा सीट से टिकट मिला है. 2013 चुनाव में राजेश सोनकर सावेर से विधायक थे. 2018 में सावेर से 2200 वोट से चुनाव हारे थे. 2023 में देवास के सोनकच्छ से 25 हजार वोट से जीत का दावा किया है. यहां से सज्जन सिंह वर्मा कांग्रेस विधायक हैं.

महेश्वर (SC) – राजकुमार मेव

खरगोन जिले की महेश्वर विधानसभा से राजकुमार मेव को बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है. 2018 विधानसभा चुनाव में बीजेपी से उम्मीदवार नहीं होने पर बागी होकर निर्दल चुनाव लड़े थे. कुछ समय पहले ही बीजेपी में फिर शामिल हुए. अब भाजपा ने एक बार महेश्वर से राजकुमार को उम्मीदवार बनाया है. राजकुमार में पूर्व में भी बीजेपी से महेश्वर विधानसभा के उम्मीदवार रह चुके हैं. जातिगत समीकरण को देखते ही इनको टिकट मिला है. यहां से अभी विजयलक्ष्मी साधो कांग्रेस विधायक हैं.

कसरावद – आत्माराम पटेल

खरगोन जिले की कसरावद विधानसभा से आत्माराम पटेल को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है. आत्माराम पटेल 2008 में भी विधायक रह चुके है. जातिगत समीकरण को देखते हुए प्रत्याशी बनाया है. यहां से सचिन यादव कांग्रेस विधायक हैं.

अलीराजपुर (ST) – नागर सिंह चौहान

अलीराजपुर विधानसभा सीट से बीजेपी ने नागर सिंह चौहान को अपना उम्मीदवार बनाया है. नागर सिंह चौहान 2003 और 2008 और 2013 में चुनाव जीत चुके हैं. वही 2018 में नागर सिंह चौहान करीब 22000 वोटों से कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश पटेल से हारे थे.

नागर सिंह चौहान

झाबुआ (ST) – भानू भूरिया

झाबुआ विधानसभा में वर्तमान भाजपा जिला अध्यक्ष भानु भूरिया का टिकट फाइनल हुआ है. यहां से कांतिलाल भूरिया कांग्रेस विधायक हैं.

भानु भूरिया

पेटलावाद (ST) – निर्मला भूरिया

झाबुआ जिले की पेटलावाद विधानसभा में निर्मला भूरिया को प्रत्याशी बनाया गया है. पूर्व सांसद पेसा एक्ट कानून के जनक स्वर्गीय दिलीप सिंह भूरिया की पुत्री निर्मला भूरिया है.

निर्मला भूरिया

कुक्षी (ST) – जयदीप पटेल

भारतीय जनता पार्टी ने धार जिले की कुक्षी विधानसभा से जयदीप पटेल का नाम घोषित किया है. जयदीप पटेल भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मंत्री के पद पर हैं. धार जिले के कुक्षी विधानसभा सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट है. यहां से सुरेंद्र सिंह बघेल विधायक है.

धरमपुरी – कालू सिंह ठाकुर

भारतीय जनता पार्टी ने धार जिले की धरमपुरी विधानसभा से कालू सिंह ठाकुर का नाम घोषित किया है. कालू सिंह ठाकुर धरमपुरी के पूर्व विधायक रह चुके हैं. लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने पिछले बार चुनाव में उन्हें प्रत्याशी घोषित न कर गोपाल कन्नौज को प्रत्याशी घोषित किया था. धरमपुरी विधानसभा सीट फिलहाल कांग्रेस के कब्जे में है. यहां से कांग्रेस के पाची लाल मेड़ा विधायक है.

राऊ – मधु वर्मा – जीतू पटवारी

इंदौर जिले के राऊ विधानसभा में दूसरी बार मधु वर्मा को बीजेपी से टिकट मिला है. 2018 के विधानसभा चुनाव के समय 5700 वोट से मधु वर्मा कांग्रेस प्रत्याशी जीतू पटवारी से हार गए थे. टिकट की घोषणा होने के बाद बड़ी संख्या में मधु वर्मा के निवास पर भाजपा कार्यकर्ता जश्न मना रहे हैं. मधु वर्मा ने 2023 विधानसभा चुनाव में एक लाख वोटों से जीत का दावा किया है.

तराना (SC) – ताराचंद गोयल

उज्जैन जिले की तराना विधानसभा से ताराचंद गोयल को बीजेपी ने अफना प्रत्याशी बनाया है. यहां अभी महेश परमार कांग्रेस से विधायक हैं.

घाटिया (SC) – सतीश मालवीय

उज्जैन जिले के घाटिया विधानसभा से बीजेपी ने सतीश मालवीय को प्रत्याशी बनाया है. अभी यहां कांग्रेस से रामलाल मालवीय विधायक है.

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