शब्बीर अहमद, भोपाल। देश में सभी राजनीतिक पार्टियां साफ सुथरे और स्वच्छ छवि वाले व्यक्तियों को चुनाव में प्रत्याशी बनाए जाने का दावा करती है। इसके विपरीत सभी राजनीतिक पार्टियों में अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्ति न सिर्फ शीर्ष पदों पर बैठे हुए हैं बल्कि ऐसे लोगों को बतौर उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारा भी गया है। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश के 230 विधान सभा सीटों में से लगभग 40 फीसदी नेता अपराध में लिप्त है। ये हम नहीं कह रहे बल्कि ADR (एडीआर- लोकतांत्रिक सुधारों का संघ) की ताजा एनालिसिस रिपोर्ट में खुलासा हुआ है।

पढ़ाई में भी फिसड्डी

जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के 230 विधायकों में 40 फीसदी पर अपराध प्रकरण दर्ज है। इनमें सत्ताधारी बीजेपी के 39 और विपक्षी पार्टी कांग्रेस के 52 विधायक शामिल है। एमपी के 81 फीसदी विधायक करोड़पति है। इनमें बीजेपी के 107, और कांग्रेस के 76 विधायक करोड़पतियों में शामिल है। हमारे माननीय पढ़ाई में फिसड्डी है। 33 फीसदी विधायकों ने सिर्फ स्कूल तक पढ़ाई की है कॉलेज तक पहुंचे ही नहीं है।

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दल बदल में कांग्रेस आगे

मध्यप्रदेश में आयाराम और गयाराम की संख्या भी ज्यादा है। दल बदलने वाले 22 नेताओं में बीजेपी से ज्यादा कांग्रेस के नेता शामिल है। ADR ने आज अपनी रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में साल 2018 के विधायकों का एनालिसिस किया गया है।

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