अमृतांशी जोशी, भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में आज महू में आदिवासी युवती की मौत का मामला छाया रहा। इस मामले पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा। मृतका के परिवार को मुआवजा राशि की मांग को लेकर सदन में जमकर बहस हुई। सरकार की ओर से मृतका के परिजन को छह लाख मदद की घोषणा की है। मामला इतना गरमाया कि कांग्रेस ने सदन का वृॉक आउट कर दिया। कांग्रेस विधायक सदन से नारेबाजी करते हुए बाहर निकले।

मामले में हीरालाल अलावा, विजयलक्ष्मी साधौ, सज्जन सिंह वर्मा ने सदन का वॉकआउट कर दिया। कांग्रेस विधायक नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर आए। महू में हुए मामले की लेकर कांग्रेस विधायकों ने बाहर आ कर जमकर की नारेबाजी की।
कांग्रेस विधायकों की मांग है कि मृतक के परिवार को एक करोड़ और एक एक व्यक्ति को सरकार नौकरी दी जाए। सरकार का रवैया आदिवासियों के प्रति बहुत गलत है। सरकार के जवाबदार व्यक्ति को यहां आकर वक्तव्य देना चाहिए।

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कांग्रेस विधायक विजय लक्ष्मी साधौ ने बड़ा आरोप लगाया कि देर रात में बॉडी का पोस्टनार्टम किया गया जो कि नहीं होना चाहिए था। सुबह छह बजे पुलिस की निगरानी में दाह संस्कार किया। गृहमंत्री के बयान की मैं निंदा करती हूँ। उन्होंने बोला की लड़की लिव इन रिलेशनशिप में थी। विधानसभा में इस तरह के किसी लड़की के बारे में बयान देना बिलकुल अशोभनीय है। सरकार पूरे मामले में एक महीने के अंदर जांच रिपोर्ट पेश करें।

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इंदौर कलेक्टर ने इस घटना को दुखद बताते कहा है कि मृतक के परिजनों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर हर संभव मदद की जा रही है। इंदौर कलेक्टर इलैयाराजा पी ने 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की है।

सदन में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान जोरदार हंगामा हुआ। मंत्री विश्वास सारंग ने कहा की विपक्ष तो ये बता दें बस कितने का अनुपूरक आया है। ये लोग पढ़े लिखे नहीं है। सदन में तीखी नोक-झोंक हुई। मंत्री विश्वास सारंग बोले- बिना किसी बात के विपक्ष बोले जा रहा है। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा बोले- भोपाल को अब तक स्मार्ट सिटी नहीं बनाया गया, मकान तोड़ दिए गए,
राजधानी के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है। कर्मचारियों के DA को लेकर कोई प्रावधान नहीं है।

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