शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्यप्रदेश के इंदौर और उज्जैन से गिरफ्तार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के चारों सदस्यों की रिमांड बढ़ा दी गई है. PFI के चारों सदस्यों को 14 अक्टूबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. एटीएस ने जेल रिमांड मांगी थी. कोर्ट में पेश करने के दौरान एक सदस्य ने विक्ट्री का साइन दिखाया.

दरअसल PFI के चारों सदस्यों की 7 दिन की रिमांड आज खत्म हो गई थी. जिसके बाद उन्हें NIA स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया था. इनके खिलाफ UAPA एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. इंदौर और उज्जैन से NIA ने गिरफ्तार किया था. पूछताछ में कई खुलासे हुए थे.

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बता दें कि एनआईए ने 22 सितंबर को इंदौर से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) का राज्य सरगना अब्दुल करीम, मोहमद खालिद, जावेद और उज्जैन से मोहम्मद जमील गिरफ्तार किया गया था. एनआईए ने कुछ किताबें और दस्तावेज भी जब्त किए थे. चारों आरोपियों पर UAPA एक्ट लगाया गया है. आईपीसी 21ए, 153ए, 120बी 13[1बी], 18 यूएपीए एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. यह कार्रवाई देश भर के 15 राज्य में PFI के 93 ठिकाने पर की गई थी, जहां 106 PFI से जुड़े आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है.

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ATS की अबतक की पूछताछ में PFI सदस्यों ने कई खुलासे किए हैं. PFI के सदस्य देश विरोधी गतिविधियों के लिए युवाओं को उकसा रहे थे. PFI के सदस्य प्रदेश में स्लीपर सेल तैयार करे थे. आपत्तिजनक साहित्य बांटने और देश विरोधी गतिविधियों को लोगों को भड़का रहे थे. प्रदेश के कई जिलों में PFI के दूसरे राज्यों के सदस्यों ने मीटिंग ली है. आरोपियों के पास से भारी मात्रा में तकनीकी उपकरण, देश विरोधी दस्तावेज और डिजिटल दस्तावेज बरामद हुए है. लोगों को भड़का कर इस्लामिक शरिया कानून कायम करना लक्ष्य था.

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