शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ऐशबाग स्टेडियम के पास बना रेलवे ओवरब्रिज अपने उद्घाटन से पहले ही चर्चा का विषय बन गया है। ब्रिज की पहली तस्वीर सामने आने के बाद से ही यह ब्रिज सोशल मीडिया पर चर्चाओ में है। इसमें 90 डिग्री का अजीबोगरीब मोड़ है। इस खतरनाक अंधे मोड़ को इंजीनियरिंग की बड़ी भूल बताया जा रहा है। जिससे एक्सीडेंट का खतरा काफी ज्यादा बढ़ेगा। सिविल इंजीनियर इस ब्रिज को इंजीनियरिंग की सबसे बड़ी भूल बता रहे है। इंजीनियरस की माने तो ब्रिज पर इस तरह का 90 डिग्री का त्रिकोण बनाया जाना गलत है। इस मोड़ पर गाड़ियों की रफ्तार भी काम नहीं आएगी और मोड़ पर गाड़ियां टकराएंगी।
ट्रैफिक और इंफ्रास्ट्रक्चर एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस तरह के तीखे मोड़ सड़क नियमों और सुरक्षा मापदंडों के खिलाफ हैं। खासकर भारी वाहनों और तेज गति से चलने वाली गाड़ियों के लिए यह मोड़ बड़ा खतरा बन सकता है। पुराने भोपाल के लोग पिछले 10 साल से इस ब्रिज के बनने का इंतजार कर रहे हैं। इस ओवरब्रिज पर 90 डिग्री का अंधा मोड़ बनाया गया है, जो भविष्य में एक बड़ा एक्सीडेंट जोन या ब्लैक स्पॉट साबित हो सकता है। आम नागरिक इस निर्माण को लेकर चिंता जता रहे हैं, वहीं ब्रिज बनाने में भारी भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे है।
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कांग्रेस ने उठाए सवाल
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने इस ब्रिज को लेकर सवाल उठाए है। एमपी कांग्रेस के सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट में लिखा- नरेला में इंजीनियर विश्वास सारंग की देखरेख में बना ऐसा पुल, जो सीधे न जाकर 90 डिग्री मुड़ गया! छोटी-छोटी नालियों और गली के कामों में फोटो खिंचवाने वाले सारंग जी की नजर इस भारी-भरकम पुल की डिजाइन पर नहीं पड़ी? या जानबूझकर नजरअंदाजी की गई? यह महज़ लापरवाही नहीं, बंदरबांट और भ्रष्टाचार का जीता-जागता नमूना है!
18 करोड़ की लागत से बना है ब्रिज
भोपाल के ऐशबाग स्टेडियम के पास 18 करोड़ की लागत से रेलवे ओवरब्रिज बनाया गया है। इसकी लंबाई 648 मीटर और चौड़ाई 8 मीटर है। जिसमें 70 मीटर लंबा रेलवे का हिस्सा है। मई 2022 से शुरू हुआ निर्माण 18 माह में पूरा करना था। अब 10 साल बाद मिल रही यह सुविधा कहीं जानलेवा न बन जाए।
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PWD मंत्री ने लिया संज्ञान
यह मामला सुर्खियों में आने के बाद पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने इस पूरे मामले पर संज्ञान लिया है। मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि भोपाल के ऐशबाग क्षेत्र में बने रेलवे ओवरब्रिज को लेकर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की टीम ने स्थल निरीक्षण कर लिया है। टीम गुरुवार को तकनीकी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। जिसके आधार पर आगामी निर्णय और जरूरी कार्यवाही की जाएगी। ऐशबाग रेलवे ओवरब्रिज के 90 डिग्री मोड़ को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे। 90 डिग्री मोड़ के कारण एक्सीडेंटल जोन बनने की आशंका के बीच मंत्री ने जांच की बात कही है।
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