शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्यप्रदेश में चुनावी महासंग्राम अब चरम पर है, बीजेपी-कांग्रेस दोनों ही दल दिग्गजों के साथ चुनावी मैदान में हैं। लेकिन इस चुनाव में एक चेहरा ऐसा भी है जो अब तक चुनावी मैदान से दूर है। वो चेहरा जिसने 2003 विधानसभा चुनाव में बीजेपी को तीन चौथाई बहुमत के साथ सत्ता दिलाई। राम मंदिर कांड के दौरान बीजेपी के लिए यूपी समेत अन्य प्रदेशों में आईकॉन की तरह परचम लहराया। 

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दरअसल यहां बात बीजेपी की फायर बिग्रेड की नेता कहीं जाने वाली उमा भारती की हो रही है। अपने बेबाक बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाली उमा भारती ने चुनावी माहौल से दूर हैं। राजनीतिक गलियारों में उमा को लेकर अलग-अलग चर्चाओं का माहौल भी गर्म है। इधर कांग्रेस ने बीजेपी पर यूज एंड थ्रो की सियासत का आरोप लगाया है। 

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कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अवनीश बुंदेला ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा  कि उमा अपने भतीजे के चुनाव प्रचार में तक नहीं उतरी। प्रदेश तो दूर बल्कि उनके वर्चस्व के क्षेत्र बुंदेलखंड की सियासत से उन्हें बेदखल कर दिया गया। राजनीतिक जमीन खो चुकी उमा भारती की स्थिति का कारण बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने महिला ही नहीं बल्कि एक साध्वी का अपमान किया है। 

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वहीं कांग्रेस के आरोप पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए करारा जवाब दिया है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता मिलन भार्गव ने कहा कि उमा के मार्गदर्शन में संगठन आगे बढ़ रहा है। संगठन को जब आवश्यकता होगी उनका साथ भी लिया जाएगा। साथ ही नसीहत भी दी कि कांग्रेस अपना घर देखें, बीजेपी ने हमेशा अपने वरिष्ठों का सम्मान किया है। 

UMA BHARTI

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