शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश राजधानी भोपाल में अवैध बाल गृह का मामला सामने आने के बाद कलेक्टर ने इस पर कार्रवाई की है। लापरवाही पर सीडीपीओ बृजेन्द्र प्रताप सिंह (वर्तमान पदस्थापना गंजबासौदा) और कोमल उपाध्याय को निलंबित कर दिया है। सुपरवाईजर मंजूषा राज को भी सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही महिला बाल विकास अधिकारी सुनील सोलंकी एवं सहायक संचालक महिला बाल विकास रामगोपाल यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

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पूरा मामला परवलिया क्षेत्र के आंचल बाल गृह का है। इस केस में अधिक जानकारी देते हुए देहात एसपी प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस की शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है। 26 बालिकाओं के लापता होने पर प्रारंभिक पूछताछ की गई। इसमें यह जानकारी मिली कि बालिकाएं लापता नहीं हुई हैं। वह मन न लगने की वजह से अपने माता-पिता के साथ घर चली गई है। सत्यापन की करवाई जारी है। 

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बता दें कि इस मामले की जानकारी मिलने पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की थी। शिवराज सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था- “भोपाल के परवलिया थाना क्षेत्र में बिना अनुमति संचालित बालगृह से 26 बालिकाओं के गायब होने का मामला मेरे संज्ञान में आया है। मामले की गंभीरता तथा संवेदनशीलता को देखते हुए सरकार से संज्ञान लेने एवं त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।”

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