अजय शर्मा, भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में आगामी विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। चुनाव की घोषणा भले ही ना हुई हो लेकिन राजनीतिक दल चुनावी बिसात बिछाने में जुट गए हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए ‘वचन पत्र’ गेमचेंजर साबित हुआ था। इस बार भी कांग्रेस (congress) अपना पूरा फोकस वचन पत्र पर कर रही है। चुनाव से पहले कांग्रेस अपना वचन पत्र लाएगी। साथ ही कांग्रेस एक और दाव चलते हुए महिलाओं के लिए अलग से वचन पत्र ला रही है। वचन पत्र को पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी की जोड़ी लांच कर सकती है।

MP की सियासतः नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह का छलका दर्द, BJP के बहाने अपनी ही पार्टी के नेताओं पर साधा निशाना, बोले- मेरी पार्टी के लोग मुझे बड़ा नेता नहीं मानते, बीजेपी का धन्यवाद

दरअसल, आज कांग्रेस की वचन पत्र समिति की आखिरी बैठक हुई। मीटिंग के बाद कांग्रेस विधायक व पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट ने बताया कि इस बार कांग्रेस महिलाओं के लिए अलग से वचन पत्र लाएगी। बहुत जल्द कांग्रेस का वचन पत्र जारी हो जाएगा। भनोट ने कहा कि हम बीजेपी से पहले वचन पत्र जारी करेंगे। 10 मई के बाद वचन पत्र और आरोप पत्र जारी हो जाएंगे। जनता से जुड़े हुए तमाम मुद्दों को वचन पत्र में जगह दी गई है।

फूड पॉइजनिंग: यूनिवर्सिटी में हॉस्टल का खाना खाने से 15 छात्राएं हुई बीमार, सभी अस्पताल में भर्ती

राहुल और प्रियंका की जोड़ी जारी कर सकती है वचन पत्र

कर्नाटक चुनाव परिणाम के बाद जारी होने वाले कांग्रेस के वचन पत्र को राहुल और प्रियंका की जोड़ी लांच कर सकती है। दरअसल, पीसीसी चीफ कमलनाथ वचन पत्र जारी करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी की महासचिव प्रियंका वाड्रा को न्यौता देंगे।

वहीं अरोप पत्र को लेकर कांग्रेस के पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने बताया कि आरोप पत्र को तीन भागों बाटा गया है।फाइनेंसियल घोटालों के 190 बिंदु हैं। कुशासन को लेकर 100 बिंदु बनाए गए हैं और कुप्रबंधन के करीब 380 बिंदू हैं। जनता के बीच पुस्तक बनाकर पेश की जाएगी। एक माह में पुस्तक प्रकाशित होकर जनता तक पहुंच जाएंगे। साथ ही हर जिले में प्रेस वार्ता भी करेंगे।

कांग्रेस वचन पत्र समिति की मीटिंग

बड़ी खबर: मध्य प्रदेश में महिला अपराधों की पुलिस इन्वेस्टिगेशन के लिए टाइम लिमिट फिक्स, अब जांच में देरी करने वालो की खैर नहीं

वहीं कांग्रेस की वचन पत्र समिति की बैठक पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने निशाना साधते हुए कहा कि वो वचन पत्र नहीं छलावा पत्र है। पिछले पत्र में भी वो छलावा दे चुके हैं। उसकी पुनरावृत्ति करने की कोशिश है। बस री-प्रिंट होने वाला है। तारीखें चेंज होने वाली है बाक़ी सब पुराना है। 60 सीटें दिग्विजय सिंह को देने की चर्चा है। अब ये सीटें तो जीत नही रहे। 170 के लिए लड़ाई लड़ने की बात कर रहे हैं, जहां हार उन्होंने स्वीकार कर ली है।

कांग्रस ने किया पलटवार

वहीं गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान पर पूर्व मंत्री मुकेश नायक ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस का नहीं, बीजेपी का गेम ओवर हो गया है। इनके पास केवल सिर्फ 4 महीने बचे हैं। 4 महीने बाद सब पता चल जाएगा किसका गेम ओवर हुआ है। असल में छलावा पत्र बीजेपी का है, जिनती घोषणाएं इन्होंने की है अगर वो सच में लागू कर दी जाए तो पूरे का बजट कम पड़ जायेगा। एक ही घोषणा को 4 – 4 बार करते हैं।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus